नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी यानी पैसे और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछने की आरोपी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा अब नई मुश्किल में घिरी हैं। महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश फॉर क्वेरी मामले में सीबीआई से शिकायत करने वाले उनके पुराने दोस्त जय अनंत देहाद्राई ने अब दिल्ली पुलिस से सांसद की शिकायत की है। वकील जय अनंत देहाद्राई ने महुआ मोइत्रा पर अपने घर अनधिकृत तरीके से घुसने, आपराधिक धमकी देने और शांति भंग करने की शिकायत की है। इससे पहले जय अनंत देहाद्राई ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी कि महुआ मोइत्रा ने उनके कुत्ते हेनरी को जबरन रख लिया है। दिल्ली के हौज खास थाने में जय अनंत देहाद्राई ने शिकायत की है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा 5 और 6 नवंबर को उनके घर पहुंचीं।
देहाद्राई का आरोप है कि महुआ ने उनके घर पहुंचकर फर्जी केस दर्ज कराने, आपराधिक धमकी दी। देहाद्राई ने शिकायत में कहा है कि महुआ मोइत्रा ने उनके घर अनधिकृत तौर पर प्रवेश किया। थाने में दी अपनी शिकायत में वकील जय अनंत देहाद्राई ने कहा है कि महुआ मोइत्रा के पिछले इतिहास को देखते हुए ताजा घटनाक्रम चिंता का गंभीर कारण है। पुलिस को दी शिकायत में देहाद्राई ने कहा कि महुआ मोइत्रा ने उनके आवास आकर डराया और धमकाया और इसके लिए उनके पालतू कुत्ते का बहाने के तौर पर इस्तेमाल किया। महुआ मोइत्रा के बारे में जय अनंत देहाद्राई का कहना है कि टीएमसी सांसद बिना बुलाए उनके घर पहुंची थीं। देहाद्राई ने दिल्ली पुलिस से महुआ के खिलाफ केस दर्ज कर जांच करने और खुद को सुरक्षा देने की मांग की है। देहाद्राई की इस शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने कहा है कि वो इस मामले को देख रही है। अगर देहाद्राई की शिकायत सही पाई जाती है, तो इससे टीएमसी सांसद के लिए दिक्कत बढ़ सकती है।
जय अनंत देहाद्राई ने ही महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई से शिकायत की थी। कैश फॉर क्वेरी की उसी शिकायत की कॉपी को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को भेजा था और फिर बिरला ने संसद की एथिक्स कमेटी से जांच के लिए कहा था। महुआ मोइत्रा पर अपने संसद का यूजर आईडी और पासवर्ड कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को देने और उनसे सवाल लिखवाने का गंभीर आरोप भी लगा है। हीरानंदानी से पैसा और महंगे गिफ्ट लेने का आरोप भी देहाद्राई लगा चुके हैं। दर्शन हीरानंदानी ने एक हलफनामा देकर देहाद्राई के लगाए गए आरोपों की पुष्टि भी की है। वहीं, महुआ मोइत्रा का कहना है कि उन्होंने हीरानंदानी से छोटे-मोटे गिफ्ट जरूर लिए, लेकिन पैसे नहीं लिए। मोइत्रा के मुताबिक हीरानंदानी के दफ्तर से सवाल भले लिखे जाते रहे, लेकिन उनको अच्छी तरह देखकर ही वो आगे भेजती थीं।