![Nawab Sirajuddaulah: बंगाल के कृष्णनगर में चुनावी मुद्दा बने सिराजुद्दौला, टीएमसी बोली- बीजेपी प्रत्याशी राजमाता अमृता रॉय के पुरखों ने दिया था नवाब के खिलाफ अंग्रेजों का साथ](https://hindi.newsroompost.com/wp-content/uploads/2024/03/nawab-sirajuddaulah.jpg)
कोलकाता। लोकसभा चुनाव का नगाड़ा बज चुका है। 19 अप्रैल को पहले दौर का मतदान होना है। इस बार बीजेपी फिर पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे के साथ तीसरी बार सरकार बनाने के लिए मैदान में है। वहीं, अलग-अलग राज्यों में क्षेत्रीय दल बीजेपी का मुकाबला करने उतरे हैं। पश्चिम बंगाल भी ऐसा राज्य है, जहां ममता बनर्जी के क्षेत्रीय दल टीएमसी का मुकाबला बीजेपी से है। लोकसभा चुनाव में यहां दोनों के बीच जोरदार टक्कर की उम्मीद है। बीजेपी ने हाल ही में बंगाल की लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों का एलान किया है। उसने हॉट सीट माने जाने वाले कृष्णनगर में राजमाता अमृता रॉय को मैदान में उतारा है। कृष्णनगर से टीएमसी की प्रत्याशी महुआ मोइत्रा हैं। महुआ की सांसदी गंभीर आरोप लगने के बाद खत्म कर दी गई थी।
अब कृष्णनगर सीट पर उतरीं राजमाता अमृता रॉय के परिवार पर ममता बनर्जी की टीएमसी ने ऐतिहासिक मामले को लेकर आरोप लगाया है। टीएमसी के नेता कुणाल घोष ने कृष्णनगर की सियासी जंग में बंगाल के नवाब रहे सिराजुद्दौला की एंट्री करा दी है। कुणाल घोष ने कहा है कि जब प्लासी में नवाज सिराजुद्दौला ने अंग्रेजों से जंग की थी, उस वक्त कृष्णनगर के राजा रहे कृष्णचंद्र रॉय ने अंग्रेजों की मदद की थी। कुणाल घोष ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि महात्मा गांधी की हत्या के लिए जिम्मेदार रहे सावरकर की पार्टी ने अंग्रेजों की मदद करने वाले परिवार के एक शख्स को प्रत्याशी चुना है। कुणाल ने ये भी कहा कि टीएमसी की प्रत्याशी महुआ मोइत्रा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही हैं।
इस बार के लोकसभा चुनाव में पहली बार नवाब सिराजुद्दौला के जरिए पहली बार किसी ऐतिहासिक चरित्र की एंट्री हुई है। इससे पहले मुगल बादशाह बाबर और औरंगजेब कई बार चुनावी समर में पार्टियों के लिए मुद्दा बनते रहे हैं। हालांकि, टीएमसी ने कृष्णनगर के राज परिवार पर आरोप लगाया है, लेकिन ये भी हकीकत है कि कृष्णनगर में राजमाता अमृता रॉय को लोग काफी सम्मान की नजर से देखते हैं। ऐसे में यहां अब इसकी चर्चा है कि महुआ मोइत्रा बनाम राजमाता की जंग में नवाब सिराजुद्दौला का नाम आने से चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा? बता दें कि लॉर्ड क्लाइव के नेतृत्व में नवाब सिराजुद्दौला को प्लासी की जंग में हराने के बाद ही अंग्रेजों ने धीरे-धीरे पूरे भारत पर कब्जा कर लिया था।