
नई दिल्ली। भारत के शक्तिशाली नेताओं में से एक वल्लभभाई झवेरभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को नडियाद में हुआ था, जो सरदार पटेल के नाम से मशहूर थे। इनके पिता का नाम झवेरभाई पटेल और माता का नाम लाडबा देवी था। वल्लभभाई पटेल अपने माता-पिता की चौथी संतान थे। इनके तीन भाई सोमाभाई, नरसीभाई और विट्टलभाई थे, जो कि इनसे उम्र में बड़े थे। सरदार पटेल को लौह पुरुष के नाम से जाना जाता था। देश 31 अक्टूबर यानी आज सरदार पटेल की 147वीं जयंती मनाएगा। स्वतंत्रता आंदोलन में लौहपुरुष का बहुत बड़ा योगदान था। तो आइए जानते हैं इनकी जयंती पर इनसे जुड़ी कुछ खास बातें-
महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी
सरदार पटेल ने लंदन से बैरिस्टर की पढ़ाई की थी। सरदार पटेल एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे। हालांकि अपनी मेहनत और दृढ़ निश्चय से इस किसान के बेटे सरदार पटेल हर देशवासी के दिल में बस गए। लौहपुरुष ने महिलाओं पर अत्याचार और छुआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। अंग्रेजों से मुक्ति पाने वाला भारत देश का हर नागरिक सरदार पटेल को देश के पहले प्रधानमंत्री के रुप में देखने लगा था। कांग्रेस में भी सभी का सोचना था कि वह ही देश के प्रधानमंत्री बने, लेकिन महात्मा गांधी के कहने पर उन्होंने अपना नाम प्रधानमंत्री की रेस से पीछे कर लिया। इनकी जयंती को एकता दिवस के तौर पर मनाया जाता हैं।
#WATCH गुजरात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस में हिस्सा लिया। pic.twitter.com/J1WpqU5HLe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 31, 2022
पीएम मोदी ने दी श्रद्धाजंलि
सरदार पटेल की 147वीं जयंती पर देश के पीएम नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में स्टौच्यू ऑफ यूनिटी पर उन्हें श्रद्धाजंलि दी। साथ ही पीएम मोदी केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस में शामिल हुए। इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह ने पटेल चौक पर लौह पुरुष को श्रद्धाजंलि दी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी इन्हें श्रद्धाजंलि दी।