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Birth Anniversary: दिवंगत जनरल बिपिन रावत की जयंती आज, जानिए उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें

Birth Anniversary: ​​रावत का बचपन फौजियों के बीच ही बीता था और इनकी शुरूआती पढाई सेंट एडवर्ड स्कूल शिमला में हुई थी। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद रावत ने इंडियन मिलिट्री अकेडमी में एडमिशन लिया और देहरादून आ गए।

नई दिल्ली। देश के पहले सीडीएस (CDS) दिवंगत जनरल बिपिन रावत की जयंती है। उनकी जयंती की पूर्व संध्या यानी कल उन्हें ‘चेयर ऑफ एक्सीलेंस’ की उपाधि से सम्मानित किया गया। सेना में अपनी सोच निर्णय क्षमता और दूरदर्शिता के लिए प्रसिद्ध रावत का जन्म 16 मार्च, 1958 को उत्तराखंड के ‘पौड़ी गढ़वाल’ में हुआ था। जनरल रावत के पिता ‘लक्ष्मण सिंह रावत’ भी भारतीय सेना में रहे हैं। वो लेफ्टिनेंट जनरल पद से रिटायर हुए हैं। रावत का बचपन फौजियों के बीच ही बीता था और इनकी शुरूआती पढाई ‘सेंट एडवर्ड स्कूल’ शिमला में हुई थी। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद रावत ने ‘इंडियन मिलिट्री अकेडमी’ में एडमिशन लिया और देहरादून आ गए।

general bipin rawat

यहां उनकी बढ़िया परफॉर्मेंस को देखकर पहले सम्मान पत्र ‘SWORD OF HONOUR’ से सम्मानित किया गया था। इसके बाद वो अमेरिका चले गए जहां उन्होंने ‘सर्विस स्टाफ कॉलेज’ से अपना ग्रेजुएट कंप्लीट किया। इसी के साथ उन्होंने हाई कमांड कोर्स भी पूरा किया। उसके बाद भारत लौट कर उन्होंने आर्मी ज्वॉइन कर ली। साल 2016 में सेना प्रमुख बने जनरल रावत ने 31 दिसंबर को इस पद से रिटायरमेंट लेने के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की कमान संभाली थी। बता दें, जनरल रावत देश के पहले सीडीएस थे। वो भारतीय सेना के 27वें आर्मी चीफ थे। बिपिन रावत को सेना में हुए बड़े बदलावों के लिए जाना जाता है।

bipin rawat

रावत तीनों सैन्य प्रमुखों की कमेटी के चेयरमैन थे। उन्होंने 40 साल से अधिक समय तक सेना में अपनी सेवाएं दीं। 8 दिसम्बर 2021 को एक हैलिकॉप्टर दुर्घटना में, 63 वर्ष की आयु में जनरल रावत का निधन हो गया।