
नई दिल्ली। किसान आंदोलन से जुड़े टूलकिट के मामले में दिल्ली पुलिस पूरी सक्रियता से कदम उठा रही है। बता दें कि टूलकिट मामले पर अब राजनीतिक भी तेजी के साथ हो रही है। कई राजनीतिक दलों ने इस केस में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट दिशा रवि को अपना समर्थन भी दिया है। जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जैसे बड़े नाम शामिल हैं। बता दें कि इस मामले में दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस केस में एक गिरफ्तारी हो चुकी है और तीन की तलाश जारी है। वहीं इस केस में दिल्ली पुलिस खालिस्तानी लिंक की भी जांच कर रही है। बता दें कि सोमवार को टूलकिट विवाद को लेकर दिल्ली पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जानकारी दी कि, टूलकिट को पूरी सोची समझी रणनीति के तहत बनाया गया था। इस टूलकिट में एक-एक चीज स्पष्ट थी कि कब क्या क्या करना है।
दिल्ली पुलिस के साइबर सेल के ज्वाइंट सीपी प्रेमनाथ के साथ अन्य पुलिस अफसरों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई तथ्यों को बताया। जानकारी दी गई कि 26 जनवरी को ध्यान में रखते हुए पूरी प्लानिंग की गई थी। 11 जनवरी को PJF की ऑनलाइन जूम मीटिंग हुई जिसके बाद दिशा, शांतनु और निकता ने साथ में मिलकर टूलकिट बनाई। पीजेएफ की इस मीटिंग में खालिस्तानी समर्थक एमओ धालीवाल भी मौजूद था।
Toolkit case: Disha and other activist attended Zoom call ahead of R-Day violence, says Delhi Police
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— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) February 15, 2021
इसको लेकर पुलिस ने बताया कि दिशा रवि ने इस टूलकिट को ग्रेटा थनबर्ग को शेयर किया। पुलिस ने बताया कि इस टूलकिट में ये भी बताया गया कि किस-किस को फॉलो करना है। इनमें एक चौंकाने वाला नाम भी सामने आया। वो नाम था पीटर फ्रैड्रिक का। पीटर फ्रैड्रिक के बारे में पुलिस ने कहा कि भंजन सिंह भिंडर जो कि खालिस्तानी समर्थक है, उसे लेकर 2005-6 के समय में कुछ अहम मामलों में जांच एंजेंसियों के रडार पर है। हांलाकि इसकी भी जांच चल रही है कि टूलकिट में इनलोगों के नाम किस वजह से डाले गए।
पुलिस ने कहा कि टूलकिट की एडिटर निकिता जैकब के घर तलाशी के दौरान लैपटॉप और मोबाइल बरामद किया गया है। इन तीनों लोगों का संपर्क एक व्हाट्सअप ग्रुप में भी रहा, जिसे बाद में हटा दिया गया है। यही नहीं कुछ चीजें और भी डिलीट की गई हैं। जिन्हें रिट्रीव किया जा रहा है। वहीं पुलिस इस मामले में निकिता और शांतनु की तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि, कोर्ट में जब पुलिस रिमांड पर सुनवाई हुई तो दिशा रो पड़ी और उसने कबूल किया कि उसने 2 लाइन एडिट की थी। दिशा का मोबाइल पुलिस ने जब्त किया है लेकिन उसका डाटा पहले ही डिलीट किया जा चुका था जिसे अब पुलिस रिट्रीव करेगी।