newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Treatment Becomes Expensive In Karnataka Government Hospitals : कर्नाटक के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराना हुआ महंगा, रजिस्ट्रेशन से लेकर टेस्ट तक की फीस बढ़ाई गई

Treatment Becomes Expensive In Karnataka Government Hospitals : कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने दलील देते हुए कहा कि काफी समय पहले तय की गई कीमतों की तुलना आज से नहीं कर सकते। वहीं, बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे कांग्रेस के खटाखट मॉडल का एक और उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की सरकार का मॉडल लूट और झूठ का है। जनता को झूठी गारंटी दो और टैक्स बढ़ाकर उनको लूट लो।

नई दिल्ली। कर्नाटक के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए अब ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों में रजिस्ट्रेशन से लेकर ब्लड टेस्ट तक तमाम तरह की फीस बढ़ा दी गई है। इस संबंध में सिद्धारमैया सरकार के द्वारा सर्कुलर जारी कर फीस में बढ़ोत्तरी को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। इस संबंध में कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने दलील देते हुए कहा कि यह लोगों पर बोझ नहीं है। काफी समय पहले तय की गई कीमतों की तुलना आज से नहीं कर सकते। वहीं, बीजेपी ने इस मामले में कर्नाटक सरकार को घेरते हुए उनकी गारंटियों को इसका जिम्मेदार बताया है।

किस चीज का कितना बढ़ा शुल्क

ओपीडी में रजिस्ट्रेशन फीस को 10 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दिया गया है। आंतरिक रोगी एडमिशन चार्ज 25 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है। जनरल वार्ड की फीस 15 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दी गई है। ब्लड टेस्ट की फीस 70 रुपये से बढ़ाकर 120 रुपये की गई है। वॉर्ड चार्जेज 25 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिए गए हैं। वहीं, स्पेशल वार्ड के लिए 750 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये फीस कर दी गई है। जबकि सिंगल बेड स्पेशल वार्ड की फीस 750 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दी गई है। अस्पताल का वेस्ट मैनेजमेंट शुल्क 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये किया गया है।

इस मामले में बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह कांग्रेस के खटाखट मॉडल का एक और उदाहरण है। कर्नाटक की सरकार का मॉडल लूट और झूठ का है। जनता को झूठी गारंटी दो और उनको टैक्स बढ़ाकर लूट लो। हिमाचल प्रदेश को पूरी तरह से बर्बाद करने के बाद अब कर्नाटक के लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। कांग्रेस द्वारा जजिया कर लगाया जा रहा है।