
नई दिल्ली। आज उन सभी सियासतदानों को शर्मिंदगी महसूस हो रही होगी, जिन्होंने महज अपनी सियासत चमकाने के लिए हर घर तिरंगा अभियान को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधने से गुरेज नहीं किया था। सोचकर ही हैरानी होती है कि आजादी के पावन पर्व को भी कुछ सियासी नुमाइंदों ने सियासी चोगा पहनाने से परहेज नहीं किया था। पता तो होगा ही आपको कि बीते दिनों केंद्र की मोदी सरकार ने जब समाज के विभिन्न तबकों को एक सूत्र में पिरोने के लिए हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की थी, तो कई लोगों ने तहे दिल से स्वागत किया था, लेकिन सोचकर ही हैरानी होती है कि कुछ लोगों ने इसमें भी अपने लिए सियासी अवसर तलाश लिए थे, लेकिन उपरोक्त अभियान का जो असर स्लतंत्रता दिवस के मौके पर देखने को मिल रहा है, उसे देखने के बाद उन सभी लोगों को शर्मिंदगी को जरूर महसूस हो रही होगी, जिन्होंने इसे सियासी लबादे में ओढ़ने का काम किया था। यकीनन, हर घर तिरंगा अभियान ने समाज के विभिन्न तबके को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है।
अब इसी कड़ी में आगरा/ फतेहपुर सीकरी के शाही स्मारक बुलंद दरवाजा परिसर के अंदर स्थित अकबर के महान गुरु सूफी संत हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह पर तिरंगा रंग में चादर चढ़ा कर के देश में अमन चैन के लिए दुआ की गई। पीरजादा अरशद फरीदी द्वारा मजार पर तिरंगा कलर की चादर चढ़ाकर समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। मजार पर सलातो सलाम फातिहा ख्वानी पढ़ने के बाद लोगों में मिठाई बांटी गई।
इस मौके पर पीरज़ादा अरशद फरीदी के साथ सैकड़ों लोग मौजूद रहे। फिलहाल अभी वाकये की चर्चा अपने चरम पर है। विशेष रूप से सोशल मीडिया पर खूब चर्चा देखने को मिल रही है। अब ऐसे में उपरोक्त प्रकरण पर आपका क्या कुछ कहना है । आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। गौरतलब है कि इससे पूर्व 14 अगस्त को सभी लोगों ने हर घर तिरंगा अभियान में हिस्सा लिया था। बीती शाम शाहरुख खान से लेकर कई गणमान्य लोगों ने हर घर तिरंगा अभियान में हिस्सा लिया था।