नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अलकेमिस्ट ग्रुप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री अरूप बिस्वास को तलब किया है। ममता बनर्जी की सरकार में कार्यरत बिस्वास को बुधवार, 28 फरवरी, 2024 को समन भेजा गया था। उन्हें गुरुवार, 29 जनवरी को ईडी कार्यालय में अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। सूत्रों ने खुलासा किया कि मामले के संबंध में बिस्वास ने पहले ही केंद्रीय जांच एजेंसी के समक्ष अपना रुख साफ कर दिया है, जिससे ध्यान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से हट गया है। हालांकि, पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री अरूप बिस्वास ने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से परहेज किया है।
ईडी के अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि बिस्वास को अलकेमिस्ट ग्रुप से जुड़े ₹1900 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तलब किया गया है। उन्होंने संकेत दिया कि उनके पास मामले के संबंध में उनसे विशिष्ट प्रश्न हैं। पीटीआई सूत्रों के मुताबिक, बिस्वास ने इस आशय का एक पत्र सौंपते हुए ईडी के सामने पेश होने से पहले कुछ समय का अनुरोध किया है।
बिस्वास को समन पश्चिम बंगाल में बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच आया है, जहां तृणमूल कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल आगामी चुनावों के लिए तैयारी कर रहे हैं। इस घटनाक्रम का राज्य के राजनीतिक परिदृश्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है, क्योंकि बिस्वास सत्तारूढ़ दल के भीतर एक प्रमुख व्यक्ति हैं। अल्केमिस्ट समूह कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए जांच के दायरे में है, और बिस्वास का सम्मन चल रही जांच में एक नया आयाम जोड़ता है। ईडी के समक्ष उनकी उपस्थिति कथित मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों में उनकी भागीदारी या ज्ञान की सीमा पर प्रकाश डाल सकती है।