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Congress Toolkit: Twitter के मैनिपुलेटेड टैग की इन ट्विट्स से खुली पोल, देखिए कैसे फेक न्यूज प्रमोट करता रहा ट्विटर

Congress Toolkit: वहीं ट्विटर ने इस ट्वीट को मैनिपुलेटेड बताया है। लेकिन सबके बीच ट्विटर ने भाजपा नेता के ट्वीट को मैनिपुलेटेड बताया है, मगर सोशल मीडिया पर पहले से ही केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने के लिए हरमुमकिन कोशिश की गई। इतना ही नहीं कुछ पुरानी तस्वीरों के शेयर करते हुए विपक्ष दलों ने भारत सरकार की छवि खराब करने की कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन उस वक्त ट्विटर को ये ट्विट्स मैनिपुलेटेड नहीं बताया।

नई दिल्ली। देश इस वक्त कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के प्रकोप से जूझ रहा है। वहीं देश में कोरोनावायरस को लेकर जो हालात है उस पर कांग्रेस की ओर से केंद्र सरकार पर हमला जारी है। वहीं भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा की ओर से कोरोना ट्वीट कर टूलकिट का हवाला देकर कांग्रेस पर आरोप लगाए गए। इसको लेकर काफी हंगामा भी हुआ। वहीं ट्विटर ने इस ट्वीट को मैनिपुलेटेड बताया है। लेकिन सबके बीच ट्विटर ने भाजपा नेता के ट्वीट को मैनिपुलेटेड बताया है, मगर सोशल मीडिया पर पहले से ही केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने के लिए हरमुमकिन कोशिश की गई। इतना ही नहीं कुछ पुरानी तस्वीरों के शेयर करते हुए विपक्ष दलों ने भारत सरकार की छवि खराब करने की कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन उस वक्त ट्विटर को ये ट्विट्स मैनिपुलेटेड नहीं बताया। आइए एक नजर डालते कुछ ऐसे ही ट्विट्स पर जो कि ट्विटर के मैनिपुलेटेड टैग की पोल खोल रहे है।

सबसे पहले नजर डालते है आप नेता पृथ्वी रेड्डी के इस ट्वीट पर, जिसमें उन्होंने कोरोना महामारी को लेकर सरकार की छवि खराब करने की कोशिश। लेकिन उनकी पोल खुल गई। दरअसल ये तस्वीर, उत्तर प्रदेश के आगरा की है, 6 अप्रैल 2018 की, जिसमें एक महिला सड़क पर बैठी नजर आ रही है।

वहीं पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की छवि करने की लगातार कोशिश की गई। इस कड़ी में रोहन गुप्ता नाम के एक यूजर ने ट्विटर पर तस्वीर शेयर की गई थी जिसमें कुछ लोग आपस में लड़ रहे है। इस तस्वीर में पिटाई करने वाले लोगों को भाजपा का कार्यकर्ता बताया गया था लेकिन जब तस्वीर की पड़ताल की गई तो दावा गलत निकला और तस्वीर पुरानी निकली।

 

इसके अलावा कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर भी सरकार की छवि खराब करने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने महामारी के इस दौर में राजनीति रोटियां सेकने से बाज नहीं आए।

इसी तरह कांग्रेस नेता नगमा ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ की छवि खराब करने के लिए एक वीडियो ट्विटर पर शेयर कर दिया था जिसमें लिखा उन्होंने लिखा था कि मेरठ के बिजौली गांव में एक बीजेपी विरोधी बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को अपनी एक गली में जाने से रोक दिया मुख्यमंत्री जी के लाख इसरार करने पर भी बुजुर्ग ने रास्ता नहीं खोला और योगी जी को वापस जाना पड़ा। लेकिन जब कांग्रेस नेता नगमा के इस वीडियो की पड़ताल की गई तो दावा बिल्कुल गलत निकला। दरअसल वीडियो में बिजौली में कोरोना मरीज होने के कारण गली में खाट बंधी गई थी जिससे कोई अंदर- बाहर ना जा सके। मेरठ पुलिस की तरफ से भी इसे अफवाह बताया गया था।