मालेगांव। स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के मसले पर अब कांग्रेस के सहयोगी उद्धव ठाकरे नाराज हैं। उद्धव की नाराजगी राहुल गांधी के सावरकर विरोधी बयानों की वजह से है। उद्धव ठाकरे ने रविवार को महाराष्ट्र के मालेगांव में साफ कह दिया कि वो सावरकर को अपना आदर्श मानते हैं। उद्धव ठाकरे ने राहुल गांधी को सावरकर का अपमान न करने की नसीहत भी दी। उद्धव ने एक रैली में कहा कि सावरकर हमारे आदर्श हैं और उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सावरकर ने 14 साल तक अंडमान की जेल में बहुत यातनाएं झेलीं। हम उनकी पीड़ा को सिर्फ पढ़ सकते हैं। सावरकर बलिदान का प्रतीक हैं।
उद्धव ठाकरे ने ये आरोप भी लगाया कि राहुल गांधी को जानबूझकर उकसाने की कोशिश हो रही है। हालांकि, उन्होंने ये खुलासा नहीं किया कि राहुल को आखिर उकसा कौन रहा है। उद्धव ठाकरे ने सावरकर के मुद्दे पर एक तरह से महाविकास अघाड़ी में दरार आने के भी संकेत दिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को मैं बताना चाहता हूं कि हम लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए साथ आए हैं। आपको जानबूझकर उकसाया जा रहा है। अगर हम इस वक्त को खराब कर देंगे, तो लोकतंत्र का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। फिर 2024 का लोकसभा चुनाव आखिरी चुनाव होगा। इस वजह से एकजुट होकर काम करना जरूरी है।
दरअसल, राहुल गांधी ने सूरत की अदालत से मानहानि मामले में 2 साल की सजा और फिर संसद सदस्यता रद्द होने के बाद शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा था कि मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है। मैं गांधी हूं और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते हैं। राहुल गांधी इससे पहले भी लगातार सावरकर पर निशाना साधते रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि सावरकर ने अंग्रेजों के सामने घुटने टेककर पेंशन ली थी। उद्धव ठाकरे ने पहले भी एक बार सावरकर के इस तरह अपमान पर नाराजगी जताई थी।