
नई दिल्ली। अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और एआईएडीएमके के नेता उदयनिधि स्टालिन ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। इस बार उन्होंने एक सभा को संबोधित करने के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जिक्र सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘कल कुछ हिंदी अभिनेता आए और नई संसद का दौरा किया लेकिन हमारे राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया गया। क्यों? क्योंकि द्रौपदी मुर्मू एक आदिवासी समुदाय से हैं, क्योंकि वह एक विधवा हैं। इसे ही हम ‘सनातन धर्म’ कहते हैं’।
बता दें कि इससे पहले उदयनिधि ने सनताम धर्म पर विवादित बयान दिया है। बीते दिनों उन्होंने एक सभा को संबोधित करने के क्रम में कहा था कि सनातन धर्म का विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इसे जड़ से खत्म करना चाहिेए। इतना ही नहीं, उन्होंने सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसी बीमारी बताया था। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से इन बीमारियों का विरोध नहीं कर सकते हैं, ठीक उसी प्रकार से हमें सनातन धर्म का विरोध नहीं, बल्कि इसे जड़ा से खत्म करना है।
VIDEO | “Yesterday, some Hindi actors came and visited the new Parliament but our President was not invited. Why? Because Droupadi Murmu is from a tribal community, because she is a widow. This is what we call ‘Sanatan Dharma’,” Tamil Nadu minister @Udhaystalin said at a meeting… pic.twitter.com/Qwl4vuSmd8
— Press Trust of India (@PTI_News) September 20, 2023
वहीं, उदयनिधि के इस बयान के बाद बीजेपी ने एआईएडीएमके पर जोरदार हमला बोला था। दरअसल, एआईएडीएमके इंडिया गठबंधन में शामिल है। ऐसे में विपक्ष का हमला तेज होना लाजिमी है। उधर, सत्तापक्ष की ओर से इस पूरे मसले पर इंडिया गठबंधन से अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की गई, जिस पर अधिकांश नेताओं ने उदयनिधि के बयान से किनारा कर लिया, लेकिन प्रियांक खरगे जैसे नेताओं ने एआईएडीएमके नेता के बयान का समर्थन किया। इतना ही नहीं, उदयनिधि के खिलाफ इस विवादित बयान की वजह से पुलिस में प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी, लेकिन बताया गया कि प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई, जिसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा। बहरहाल, अब आगामी दिनों में कोर्ट इस पर क्या कुछ फैसला लेती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।