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Udhayanidhi Stalin: ‘मैं अपने हर शब्द पर कायम…’, सनानत पर विवादित बयान पर अड़े उदयनिधि स्टालिन, बोले- चुनौती के लिए तैयार

Udhayanidhi Stalin: उदयनिधि (Udhayanidhi Stalin) ने बीते दिन शनिवार को एक बयान दिया जिसमें उन्होंने पहले तो सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से की साथ ही ऐसा कुछ कह दिया जिसके बाद से ही सियासी माहौल गर्मा गया है। इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी हमलावर रुख में आ गई है।

नई दिल्ली। भारत एक ऐसा देश है जो कि एक नहीं बल्कि अनेक धर्मों-जातियों से बना है। अनेक धर्म-जाति-समुदाय के लोग देश में प्रेम भाव से रहते हैं। अनेक धर्मों-जातियों के होने के बावजूद भारत अनेकता में एकता का संदेश देता है। हालांकि कई बार भारत में महत्वपूर्ण स्थान निभाने वाले राजनीतिक दल ही देश की इस एकता पर ऐसे बयान दे जाते हैं जिस पर बवाल खड़ा हो जाता है। अब ऐसा ही एक बयान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि की तरफ से दिया गया है। इस बयान में उन्होंने सनातन धर्म पर टिप्पणी की है। उदयनिधि (Udhayanidhi Stalin) ने बीते दिन शनिवार को एक बयान दिया जिसमें उन्होंने पहले तो सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से की साथ ही ऐसा कुछ कह दिया जिसके बाद से ही सियासी माहौल गर्मा गया है। इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी हमलावर रुख में आ गई है।

Udhayanidhi Stalin

उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर कही थी ये बात

बता दें कि बीते दिन शनिवार को उदयनिधि स्टालिन सनातन उन्मूलन सम्मेलन में पहुंचे थे। यहां उन्होंने सनातन धर्म (Sanatana Dharma) को लेकर कहा कि जैसे डेंगू-मलेरिया और कोरोना से बचाव नहीं बल्कि उसे जड़ से खत्म किया जाता है। ठीक उसी तरह सनातन धर्म को भी पूरी तरह से खत्म कर देना चाहिए। सनातन धर्म सामाजिक न्याय समानता के खिलाफ है। उदयनिधि स्टालिन के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी का रिएक्शन सामने आया था। भाजपा ने उदयनिधि स्टालिन के इस बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि “MK स्टालिन विपक्ष के INDIA गठबंधन में खास स्थान रखते हैं ऐसे में उनके बेटे सनातन धर्म को खत्म करने का बयान दे रहे है। ये लोग मिलकर गठबंधन बना रहे हैं या फिर सनातन धर्म को खत्म करने के लिए इस तरह की बयानबाजी करवा रहे हैं?”।

अपने बयान पर कायम उदयनिधि स्टालिन 

एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने अपने बयान पर मचे बवाल पर रिएक्शन दिया है। उदयनिधि ने कहा कि वो अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कभी किसी धर्म का पालन करने वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान नहीं किया है। वो केवल उन लोगों की तरफ से बोल रहे हैं जो कि सनातन धर्म के कारण पीड़ित हैं। आगे उदयनिधि ने कहा कि जिस तरह से मच्छरों से कोविड-19, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां बढ़ती हैं उसी तरह सनातन धर्म सामाजिक बुराइयों को फैलाने के लिए जिम्मेदार है। अगर उन्हें अपने बयान के लिए किसी चुनौती का सामना करना पड़ता है तो वो इसके लिए तैयार हैं।