
नई दिल्ली। कोरोनावायरस का कहर दुनिया के तमाम देश झेल रहे हैं। कोरोना से दुनिया भर में 1 लाख 59 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। अभी तक कोरोनावायरस की न तो कोई दवा मिल पायी है और न वैक्सीन। कई देश इस बीमारी का इलाज करने के लिए शोध कर रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और भारत समेत कई देश वैक्सीन पर तेजी से काम कर रहे हैं।
इस बीच ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैक्सीनोलॉजी डिपार्टमेंट की प्रोफेसर ने कोरोना का वैक्सीन सितंबर तक विकसित करने का दावा किया है।ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने दावा करते हुए कहा, ‘हम महामारी का रूप लेने वाली एक बीमारी पर काम कर रहे थे, जिसे एक्स नाम दिया गया था। इसके लिए हमें योजना बनाकर काम करने की जरूरत थी। सीएचएडीओएक्स1 तकनीक के साथ इसके 12 टेस्ट किए जा चुके हैं। हमें एक डोज से ही इम्यून को लेकर बेहतर परिणाम मिले हैं, जबकि आरएनए और डीएनए तकनीक से दो या दो से अधिक डोज की जरूरत होती है।’
ब्रिटेन में कोरोनावायरस वैक्सीन के लिए 21 नए रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू कर दिए गए हैं। इसके लिए ब्रिटेन की सरकार ने 1.4 करोड़ पाउंड की राशि मुहैया कराई है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में 10 लाख वैक्सीन की डोज बनाने की तैयारी चल रही है।
सारा गिल्बर्ट का कहना है कि इसका क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर दिया गया है। अगले 15 दिनों के अंदर इंसान पर इस वैक्सीन की टेस्टिंग की जाएगी। इस वैक्सीन की सफलता को लेकर हमारी टीम 80 फीसदी आश्वस्त है। इसकी एक मिलियन डोज इसी साल सितंबर तक उपलब्ध हो जाएंगी।