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Modi Cabinet Meeting: PM मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक खत्म, आज नहीं होगी ब्रीफिंग

Modi Cabinet Meeting: उन्होंने सरकार के इस कदम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जब कुछ माह बाद शीतकालीन सत्र होना ही है, तो आखिर संसद का विशेष सत्र आहूत करने की आवश्यकता क्यों पड़ी। वो भी ऐसी स्थिति में जब हाल ही में मानसून सत्र संपन्न हुआ है। ध्यान दें, आमतौर पर संसद का सत्र साल में तीन बार बुलाया जाता है, जिसमें बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतसत्र शामिल हैं।

नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में दिल्ली स्थित संसद भवन के हाउस एनेक्स में कैबिनेट बैठक संपन्न हो चुकी है। बैठक में कैबिनेट के सभी मंत्री मौजूद थे। हालांकि, अभी तक ऐसी कोई जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है कि बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई। लेकिन बताया जा रहा है कि मीटिंग में महिला आरक्षण विधेयक और एक देश एक चुनाव पर चर्चा हुई है। वहीं, खबर है कि आज मीटिंग के संदर्भ में ब्रीफिंग नहीं होगी। ध्यान दें, आज संसद के विशेष सत्र में शामिल होने से पूर्व पीएम मोदी ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि यह सत्र बेशक छोटा होगा, लेकिन इसमें कई बड़े फैसले लिए जाने हैं, लिहाजा आप से अपील है कि संसद के बहुमूल्य समय का सदुपयोग करें। ध्यान दें, अपने इन वक्तव्यों से प्रधानमंत्री ने संसद में हो-हल्ला करने वाले लोगों की ओर से इशारा किया।

वहीं, बात मीटिंग की करें, तो अभी चल रही है, जिसे लेकर सियासी गलियारों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। लोग महज यही जानने को आतुर हो रहे हैं कि मीटिंग में क्या कुछ फैसला लिया जा सकता है। बता दें कि आज संसद के विशेष सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट बैठक आहूत की है। ध्यान दें, इससे पहले जब संसद का विशेष सत्र आहूत किया गया था, तो सभी विपक्षी दल चौंक गए थे और कुछ ने तो सरकार के इस कदम पर सवाल भी दागा था। जिसमें कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का नाम प्रमुखता से शामिल है।

उन्होंने सरकार के इस कदम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जब कुछ माह बाद शीतकालीन सत्र होना ही है, तो आखिर संसद का विशेष सत्र आहूत करने की आवश्यकता क्यों पड़ी। वो भी ऐसी स्थिति में जब हाल ही में मानसून सत्र संपन्न हुआ है। ध्यान दें, आमतौर पर संसद का सत्र साल में तीन बार बुलाया जाता है, जिसमें बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतसत्र शामिल हैं और कई बार विशेष परिस्थितियों में संसद का विशेष सत्र आहूत किया जाता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि आगामी दिनों में सरकार की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं।