नई दिल्ली। शनिवार देर रात मीडिया कर्मियों की मौजूदगी में कैमरों के एकदम नजदीक आकर तीन युवकों ने माफिया अतीक अहमद और अशरफ को गोलियों से छलनी कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम में घटनास्थल पर ही दोनों ने दम तोड़ दिया। इस हत्याकांड के तीनों आरोपी मीडिया की फर्जी आईडी, कैमरे और माइक आईडी लेकर आए थे। मीडिया की पहचान के दुरुपयोग के चलते अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ऐक्टिव हो गया है। जानकारी के अनुसार अब गृह मंत्रालय ने मीडिया कर्मियों की सुरक्षा को लेकर SOP तैयार करने का बड़ा फैसला किया है। ये कदम मीडिया के दुरूपयोग और सुरक्षा के मद्देनजर एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
आपको बता दें कि सरकारी ऑफिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार, देशभर के विभिन्न संस्थानों से जुड़े पत्रकारों और अन्य मीडियाकर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तय किए जाएंगे। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय, पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में इस दिशा में काम किया जाएगा। ये कदम अतीक अहमद की हत्या के बाद उठाए जा रहे हैं क्योंकि अतीक और अशरफ को गोली मारने वाले हमलावरों द्वारा मीडिया की फर्जी आईडी का उपयोग हुआ था। ये बेहद संवेदनशील बात है, इससे मीडिया कर्मियों की सुरक्षा को भी बड़ा खतरा हो सकता था।
The Ministry of Home Affairs will prepare SOPs for the safety and security of journalists. The step is being taken after three assailants posing as journalists killed gangster turned politician Atiq Ahmed and his brother Ashraf in UP’s Prayagraj last night while they were… pic.twitter.com/PPBbWbvfCR
— ANI (@ANI) April 16, 2023
गौर करने वाली बात ये है कि कुख्यात माफिया अतीक अहमद को गोली मारने वाले हमलावरों ने FIR में इस बात का खुलासा किया है कि जब उन्हें जानकारी मिली कि अतीक और अशरफ को पुलिस कस्टडी में लाया जा रहा है तो वो तीनों स्थानीय पत्रकारों में शामिल हो गए, क्योंकि वो तीनों युवक जो मीडिया के वेश में आए थे, उन दोनों को खत्म कर देना चाहते थे। लेकिन गोलीबारी की घटना को क्योंकि बेहद करीब से अंजाम दिया गया, जहां बड़ी संख्या में रिपोर्टर और कैमरामैन भी मौजूद थे, इसी को लेकर अब गृहमंत्रालय ने SOP बनाने का फैसला किया है।