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UP Assembly Election 2nd Phase: यूपी में आज दूसरे दौर का चुनाव, ज्यादातर सीटों पर M फैक्टर करेगा जीत-हार का फैसला

इस दौर में एक बड़ा फैक्टर सारी पार्टियों के सामने है। ये फैक्टर है मुसलमान वोटरों का। ज्यादातर सीटों पर मुसलमान वोटरों का वर्चस्व है। वे ही जीत और हार तय करते हैं। जिन सीटों पर आज चुनाव है, उनमें सुन्नी मुसलमानों के दो फिरकों देवबंदी और बरेलवी का भी असर है।

लखनऊ। आज यूपी विधानसभा के लिए दूसरे दौर का मतदान होने जा रहा है। वोटिंग 9 जिलों की 55 सीट पर है। इस दौर में एक बड़ा फैक्टर सारी पार्टियों के सामने है। ये फैक्टर है मुसलमान वोटरों का। ज्यादातर सीटों पर मुसलमान वोटरों का वर्चस्व है। वे ही जीत और हार तय करते हैं। जिन सीटों पर आज चुनाव है, उनमें सुन्नी मुसलमानों के दो फिरकों देवबंदी और बरेलवी का भी असर है। सहारनपुर के देवबंद में सुन्नी मुसलमानों की शिक्षण संस्था दारुल उलूम है। वहीं, बरेली में आला हजरत दरगाह है। इस दरगाह के मुस्लिम नेताओं को मानने वाले मुसलमानों की तादाद काफी है।

 

आज जिन जिलों में चुनाव होने जा रहा है, उनमें से संभल में 33 फीसदी मुसलमान हैं। सहारनपुर में 42 फीसदी मुस्लिम हैं। वहीं, मुरादाबाद में 47 फीसदी, बिजनौर में 43 फीसदी और अमरोहा में 41 फीसदी मुस्लिम हैं। रामपुर में 51 फीसदी और बरेली में 35 फीसदी मुसलमान रहते हैं। देवबंदी फिरके की बात करें, तो यूपी में सबसे ज्यादा इसी फिरके को मानने वाले मुसलमान रहते हैं। इस फिरके का असर पश्चिमी यूपी में ज्यादातर जगह है। देवबंद हालांकि कभी भी किसी खास पार्टी को वोट देने के लिए अपील या फतवा जारी नहीं करता रहा है, लेकिन इस बार हिजाब विवाद का असर इन सीटों के चुनाव पर दिखने की उम्मीद है।

इसी तरह बरेलवी फिरके को मानने वाले मुसलमान वोटरों की तादाद बरेली और रुहेलखंड इलाकों में ज्यादा है। बरेली के आला हजरत दरगाह के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान इस बार खुलकर कांग्रेस के साथ खड़े हैं। वो तमाम मसलों पर बीजेपी पर हमलावर हैं। वहीं, उनके खानदान की तलाकशुदा बहू बीजेपी के खेमे में आ चुकी हैं। वो तीन तलाक के मसले पर बीजेपी की तारीफ कर रही हैं। अब देखना ये है कि बरेलवी मुसलमानों पर तौकीर रजा का असर ज्यादा होता है या उनकी बहू यहां बीजेपी के लिए करिश्मा कर दिखाती हैं।