newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

UP Education Minister Gulab Devi Injured In Road Accident : यूपी की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी सड़क दुर्घटना में घायल, काफिले की गाड़ियां आपस में टकराईं

UP Education Minister Gulab Devi Injured In Road Accident : गुलाब देवी दिल्ली से बिजनौर जा रही थीं तभी हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में नेशनल हाईवे-9 पर यह दुर्घटना हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही हापुड़ के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। मंत्री को इलाज के लिए हापुड़ के रामा अस्पताल में ले जाया गया है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की शिक्षा मंत्री गुलाब देवी एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गई हैं। शिक्षा मंत्री गुलाब देवी दिल्ली से बिजनौर जा रही थीं तभी हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में नेशनल हाईवे-9 पर यह दुर्घटना हो गई। छिजारसी टोल प्लाजा के पास एक गाड़ी ने अचानक ब्रेक लगा दिया जिसके चलते मंत्री की सुरक्षा में तैनात गाड़ियों को भी अचानक ब्रेक मारनी पड़ी। मंत्री की कार का ड्राइवर समय पर ब्रेक नहीं लगा पाया जिसके चलते उनकी गाड़ी दूसरी गाड़ी से जा टकराई। मंत्री गुलाब देवी को इलाज के लिए हापुड़ के रामा अस्पताल में ले जाया गया है। ऐसी जानकारी मिली है कि उनके सिर पर चोट आई है।

घटना की जानकारी मिलते ही हापुड़ के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। फिलहाल यह कंफर्म नहीं है कि मंत्री को आई चोट कितनी गंभीर है। गुलाब देवी की कार आगे से काफी ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गई है। गुलाब देवी उत्तर प्रदेश के संभल जिले की चंदौसी विधानसभा सीट से पांच बार की विधायक हैं। योगी सरकार में वह माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में जिम्मेदारी संभाल रही हैं। अनुसूचित जाति वर्ग से आने वालीं गुलाब देवी ने चंदौसी के ही कन्या इंटर कॉलेज में राजनीति विज्ञान की शिक्षिका के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। बाद में इसी इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल भी रहीं।

इसके बाद उन्होंने राजनीतिक पारी शुरू की। गुलाब देवी ने सन 1991 में पहली बार चंदौसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था जिसमें उनको जीत हासिल हुई थी। इसके बाद लगातार चार बार उन्होंने इसी सीट से चुनाव लड़ा और जीता। वो  1996 में दूसरी बार, 2002 में तीसरी बार, 2017 में चौथी बार और 2022 के विधानसभा चुनाव में पांचवीं बार विधायक चुनीं गईं। गुलाब देवी को यूपी बीजेपी उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने का भी मौका मिला। साल 2008 से 2012 तक वो इस पद पर रहीं।