नई दिल्ली। लॉकडाउन के चलते अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश लौट रहे प्रवासी मजूदूरों व श्रमिकों को रोजगार देने के लिए योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। इसके लिए योगी सरकार ने राज्य के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि, हर हाथ को काम मिले, और इसी नीति पर प्रदेश में काम आगे बढ़े। बता दें कि योगी सरकार जिस नक्शे कदम पर चल रही है उससे 9 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
दरअसल शुक्रवार को यूपी की योगी सरकार इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन सहित अन्य औद्योगिक संस्थाओं के साथ एमओयू पर साइन कर प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की तरफ कदम बढ़ाएगी। लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि, ‘मुख्यमंत्री योगी ने निवेशकों से अपील करते हुए कहा है कि उनके योगदान से प्रदेश में स्वदेशी वस्तुओं के उत्पादन को गति मिलेगी, साथ ही बहुत से लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा।’
अवस्थी ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री कहा है कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। रेलवे अभियान का संभवत: इस माह समापन हो जाए। इसलिए जो भी श्रमिक और कामगार यूपी में वापसी करना चाहते हैं इस महीने तक वापसी कर लें।’ मुख्यमंत्री ने स्वदेशी वस्तुओं के उत्पादन पर बल देते हुए निवेशकों को आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में स्वदेशी उत्पादन बढ़ने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, जिसका लाभ कामगारों और श्रमिकों को मिलेगा।
अन्य राज्यों से यूपी आने वालों की संख्या को लेकर अवस्थी ने बताया कि, “मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। गुरुवार को 2 बजे तक यूपी में 1411 ट्रेन आ गई हैं, जिनमें 19 लाख 15 हजार लोग आए हैं। इसके अलावा 63 अन्य ट्रेनें भी आने वाली हैं। अन्य 140 ट्रेनों के आने की सहमति दी गई है. प्रदेश में अब तक करीब 27 लाख से अधिक लोगों की वापसी हो गई है।”
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए योगी सरकार ने गृह व पुलिस विभाग को निर्देश दिया है कि प्रदेश में जो भी बिना मास्क के घूमते मिले, उससे नियमानुसार जुर्माना लिया जाए। साथ ही 5-5 रुपये में सरकार मास्क भी मुहैया करवा रही है।