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UP Tourism : 6 साल में आस्था और विरासत को मिला पूरा सम्मान, धर्मस्थलों ने गढ़ा नया कीर्तिमान

UP Tourism : सरकार की ओर से इसके लिए 2500 करोड़ रुपए की धनराशि का आंवंटन किया गया है। यही नहीं बीते साल अयोध्या में सर्वाधिक 17 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित करके योगी सरकार ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इस आयोजन को दर्ज कराया है। काशी विश्वनाथ धाम में सुविधाओं के विकास के साथ ही पर्यटकों की संख्या में हुई अप्रत्याशित वृद्धि ने सबको चौंका के रख दिया है।

6 साल में आस्था और विरासत को मिला पूरा सम्मान, धर्मस्थलों ने गढ़ा नया कीर्तिमान

– प्रयागराज में 2019 में दिव्य-भव्य कुंभ मेले का किया आयोजन

– साल दर साल अयोध्या के दीपोत्सव ने रचा इतिहास

– देशभर के शिवभक्तों के आकर्षण का केंद्र बना काशी विश्वनाथ धाम

– वाराणसी, कुशीनगर, श्रावस्ती एवं संकिसा में बुद्धिस्ट कॉन्क्लेव का आयोजन

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में लगातार 6 साल तक मुख्यमंत्री पद की शोभा बढ़ाने वाले पहले सीएम बन चुके हैं। 2017 में मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के बाद सीएम योगी ने प्रदेश में ना सिर्फ विकास योजनाओं को तेज गति से आगे बढ़ाया बल्कि आस्था और विरासत के सम्मान में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। भारत के प्रमुख धार्मिक, अध्यात्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की भरमार वाले प्रदेश में सदियों से उपेक्षा के शिकार रहे महत्वपूर्ण स्थलों को नये सिरे से विकसित करते हुए पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने में योगी सरकार को उल्लेखनीय सफलता हासिल हुई है। बात चाहे अयोध्या में साल दर साल नये कीर्तिमान गढ़ने वाले दीपोत्सव की हो या अव्यवस्था से भरे कुंभ आयोजन को भव्य-दिव्य के साथ ही सुव्यवस्थित करने का सफल प्रयास, योगी सरकार ने सभी आयोजनों को पूरी भव्यता के साथ एक मैनेजमेंट के मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने बीते छह साल में आस्था और विरासत को समुचित सम्मान दिलाने के लिए तमाम प्रयास किये हैं। 2019 में प्रयागराज में भव्य एवं दिव्य कुंभ मेले का आयोजन किया गया, तो वहीं 2025 के महाकुंभ के लिए योगी सरकार अभी से मिशन मोड में जुटी हुई है। सरकार की ओर से इसके लिए 2500 करोड़ रुपए की धनराशि का आंवंटन किया गया है। यही नहीं बीते साल अयोध्या में सर्वाधिक 17 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित करके योगी सरकार ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इस आयोजन को दर्ज कराया है। काशी विश्वनाथ धाम में सुविधाओं के विकास के साथ ही पर्यटकों की संख्या में हुई अप्रत्याशित वृद्धि ने सबको चौंका के रख दिया है।

प्रदेश सरकार की ओर से वाराणसी कुशीनगर, श्रावस्ती, संकिसा में बुद्धिस्ट कॉन्क्लेव का आयोजन हो या वाराणसी और मगहर में कबीर फेस्टिवल का आयोजन। ग्लोबल इन्साइक्लोपीडिया ऑफ रामायण के अंतर्गत 10 ग्रंथों का प्रकाशन हो या मगहर में संत कबीर अकादमी के विभिन्न भवनों का लोकार्पण, हर फैसले में विरासत के प्रति सम्मान का भाव स्पष्ट झलकता है।

इन योजनाओं और कार्यक्रमों में दिखा आस्था के प्रति सम्मान

– वर्ष 2019 में प्रयागराज में भव्य एवं दिव्य कुंभ का आयोजन
– वर्ष 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ के लिए 2500 करोड़ की व्यवस्था
– हरिद्वार में 100 कक्षों के आधुनिक सुविधायुक्त भव्य भागीरथी अतिथिगृह का निर्माण
– अयोध्या में 17 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित कराकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया
– वाराणसी कुशीनगर, श्रावस्ती एवं संकिसा में बुद्धिस्ट कॉन्क्लेव का आयोजन
– जिला पर्यटन एवं संस्कृति प्रोत्साहन परिषद् का गठन
– वाराणसी एवं मगहर में कबीर फेस्टिवल का आयोजन
– ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया ऑफ रामायण के अंतर्गत 10 ग्रंथों का प्रकाशन
– मगहर में संत कबीर अकादमी के विभिन्न भवनों का लोकार्पण
– महारानी लक्ष्मी बाई के बलिदान दिवस पर झांसी में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
– एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के अंतर्गत महाराष्ट्र एवं गुजारा में से सांस्कृतिक आदान प्रदान
– श्री गौतम बुद्ध चरित्र ग्रंथ व जैन तीर्थंकरों पर पुस्तिकाओं का प्रकाशन
– मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत 385 विधानसभा क्षेत्र में एक एक पर्यटन स्थल का विकास
– उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, श्री विंध्य धाम तीर्थ विकास परिषद, श्री चित्रकूट धामि तीर्थ एवं नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद का गठन
– श्रीकाशी विश्वनाथ धाम निर्माण, अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण, अयोध्या में दीपोत्सव, ब्रज रंगोत्सव, काशी की देव दीपावली, नैमिष तीर्थ, शुक्र तीर्थ पुनरुद्धार, मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा 100 साल बाद वापस प्रतिष्ठापित होना, सोरों-सूकर क्षेत्र विकास
– रामायण परिपथ, बौद्ध परिपथ, आध्यात्मिक परिपथ, शक्तिपीठ परिपथ, कृष्ण, ब्रज परिपथ, बुदेलखंड परिपथ, महाभारत परिपथ, सूफी परिपथ, क्राफ्ट परिपथ, स्वतंत्रता संग्राम परिपथ, जैन परिपथ एवं वाइल्ड लाइफ एंड इको टूरिज्म परिपथ का विकास
– प्रयागराज, मथुरा, गोरखपुर एवं वाराणसी जिले में भजन संध्या स्थल निर्माणाधीन
– श्री अयोध्या धाम में सुग्रीव किला पथ, जन्मभूमि पथ और भक्ति पथ का निर्माण कार्य
– श्रृंगवेरपुर में निषादराज गुह्य पर्यटन स्थल व बहराइच में महाराजा सुहेलदेव स्मारक का निर्माण गतिमान
– मथुरा के बरसाना और प्रयागराज में झूंसी से त्रिवेणी पुष्प तक रोप वे का निर्माण प्रगति पर