
नई दिल्ली। जूनागढ़ में जारी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। ये विवाद एक दरगाह को लेकर हो रहा है जिसे महानगर पालिका की ओर से नोटिस जारी किया गया है। इस नोटिस को लेकर ही बीते दिन शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में लोग मजार के पास इकठ्ठा होने लगे और नारेबाजी करते हुए पुलिस पर भी पत्थर बरसाने लगे। इस पत्थरबाजी में एक डिप्टी एसपी सहित चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। वहीं, अब खबर है कि इस घटना में एक शख्स की मौत भी हो गई है। चलिए जानते हैं क्या है ये पूरा मामला और क्या कुछ हुआ है इस विवाद में शुरू से लेकर अब तक…
क्या है पूरा मामला
दरअसल, जिस मजार को लेकर ये सारा विवाद हो रहा है वो मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचो बीच बनी हुई है। इसी मजार को लेकर महानगर पालिका की तरफ से नोटिस जारी किया कर कहा गया था कि मजार का निर्माण अवैध रूप से हुआ है। ऐसे में पांच दिन में इस मजार को लेकर कानूनी सबूत पेश किए जाए। अगर पांच दिनों में मजार के संवैधानिक होने के सबूत पेश नहीं किए जाएंगे तो इसे तोड़ दिया जाएगा।
बीते दिन जब इसी मजार पर महानगर पालिका के अधिकारी डिमोलेशन का नोटिस लगाने पहुंचे तो वहां असामाजिक तत्व जमा होने लगे। थोड़ी ही देर में वहां सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच गए और नारेबाजी होने लगी। जब पुलिस ने सभी शांत करने की कोशिश की तो उन लोगों में शामिल कुछ लोगों द्वारा पुलिस पर पत्थर से हमला किया गया। ऐसे में पुलिस ने भी जवाबी कार्यवाही करते हुए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोली छोड़े। अब इस घटना में एक शख्स की मौत की खबर सामने आ रही है।
क्या है मामले को लेकर पुलिस का
इस विवाद को लेकर जूनागढ़ के एसपी रवि शेट्टी ने बताया कि मजाक को लेकर हुए विवाद में असामाजिक तत्वों द्वारा पत्थरबाजी और नारेबाजी की गई थी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाब में लाठीचार्ज किया। घटना में डीएसपी हितेश को चार टांके लगे हैं। तीन सिपाही घायल हो गए हैं तो वहीं, 2 पुलिसकर्मी हल्की चोटों का शिकार हुए हैं। पुलिस ने मामले में 174 आरोपियों को डिटेन करने की जानकारी भी दी है।