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UPSC Lodged FIR Against Trainee IAS Pooja Khedkar : विवादित ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर के खिलाफ यूपीएससी ने दर्ज कराई एफआईआर, उम्मीदवारी पर भी लटकी तलवार

UPSC Lodged FIR Against Trainee IAS Pooja Khedkar : यूपीएससी ने पूजा की उम्मीदवारी रद्द करने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। यूपीएससी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ट्रेनी आईएएस के खिलाफ जांच में पाया गया कि उन्होंने अपना नाम, पिता का नाम, मां का नाम बदलकर गलत मोबाइल नंबर, फर्जी एड्रेस और फर्जी पहचान पत्र के जरिए आरक्षण का लाभ लेने के लिए धोखाधड़ी की और यूपीएससी परीक्षा में इसका लाभ उठाया।

नई दिल्ली। विवादों में घिरी महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। अब यूपीएससी ने पूजा खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इतना ही नहीं पूजा की उम्मीदवारी रद्द करने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। इसी के साथ अब पूजा खेडकर की उम्मीदवारी पर भी खतरा मंडराने लगा है। यूपीएससी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर के खिलाफ जांच में पाया गया कि उन्होंने अपना नाम, पिता का नाम, मां का नाम बदलकर गलत मोबाइल नंबर, फर्जी एड्रेस और फर्जी पहचान पत्र के जरिए आरक्षण का लाभ लेने के लिए धोखाधड़ी की और यूपीएससी परीक्षा में इसका लाभ उठाया।

यूपीएससी का कहना है कि आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट रूप से प्रतिबद्ध है कि विश्वास और विश्वसनीयता बरकरार रहे और इससे किसी भी प्रकार का कोई समझौता न हो। गौरतलब है कि ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर उन विशेषाधिकारों जो ट्रेनिंग के दौरान नहीं मिलते हैं की मांग के चलते चर्चा में आईं। पूजा अपनी पर्सनल ऑडी कार से लाल बत्ती लगाकर चलती थीं। इसके बाद इनके कांडों की कुंडली धीरे-धीरे खुलती रही। पहले तो सिर्फ यही पता चला कि पूजा ने फर्जी विकलांगता प्रमाणपत्र के जरिए आरक्षण का लाभ उठाया मगर इसके बाद पूजा के कई कारनामे उजागर हो गए।

ये भी पता चला कि पूजा ने अलग-अलग जगह से अलग-अलग प्रकार की विकलांगता प्रमाणपत्र हासिल किया था। इसके लिए उसने अलग-अलग फर्जी पते का इस्तेमाल किया और फर्जी राशन कार्ड लगाया। इतना ही नहीं पूजा ने दो अलग-अलग नामों से यूपीएसएसी की परीक्षा दी थी। इन सब विवादों के बीच मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी ने पूजा को ट्रेनिंग ड्यूटी के बीच से ही एकेडमी में वापस बुला लिया था और जांच जारी रहने तक वहीं रहने का आदेश दिया था।