
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर से भारत जूझ रहा है। हालांकि कोरोना के नए मामले कम जरूर हो रहे हैं लेकिन एक दिन में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच देश में टीकाकरण का अभियान भी चलाया जा रहा है लेकिन जिस रफ्तार कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं, उस हिसाब से टीकाकरण नहीं हो पा रहा है। बता दें कि कोरोना टीकाकरण को लेकर जानकारी सामने आई है कि, बढ़ती मांग के बीच वैक्सीन की किल्लत भी झेलनी पड़ रही है। ऐसे में अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक सुझाव देते हुए कहा है कि, अगर उनकी बात पर अमल हो तो 15 से 20 दिन के अंदर ही वैक्सीन की किल्लत दूर हो सकती है। गडकरी ने अपने सुझाव में कहा है कि देश में वैक्सीन बनाने के लिए दूसरी कंपनियों को भी लाइसेंस मिलने चाहिए, जिससे वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाया जा सके।
हालांकि इस तरह का सुझाव कुछ दिन पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी केंद्र को दिया था लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हुई थी। अब इसी तरह का सुझाव केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी दिया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री मनसुख मडाविया से कहा, ‘जब किसी चीज की डिमांड बढ़ती है, तो जाहिर है कि उसकी सप्लाई में दिक्कत आती है। ऐसे में वैक्सीन कंपनी 1 की बजाय 10 को लाइसेंस दे और इसके लिए रॉयलटी भी लें।
#WATCH | If vaccine demand is more than supply it creates problem. Instead of 1, let 10 more companies be given license for vaccine manufacture…Let them supply in country & later if there’s surplus, they may export. It can be done in 15-20 days: Union Min Nitin Gadkari (18.05) pic.twitter.com/gVOqMuVRNr
— ANI (@ANI) May 19, 2021
उन्होंने कहा कि, हर राज्य में पहले से 2-3 प्रयोगशाला है। उनके पास इंफ्रास्ट्रक्चर भी है। इन सभी को फॉर्मूला देकर इनका उनके साथ समन्वय करके संख्या बढ़ाएं। मुझे लगता है ऐसा करने से 15-20 दिन में वैक्सीन की कमी वाली समस्या हल हो सकती है।’