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पीएम मोदी देंगे वाराणसी को नए साल पर बड़ा तोहफा, IIT BHU में खुलने जा रहा है इसरो का 5वां सेंटर

Varanasi: इससे पहले इस तरह के सेंटर कुरुक्षेत्र(Kurushetra), जयपुर(Jaipur), मंगलौर और गुवाहाटी में खोले जा चुके हैं। ऐसे में आईआईटी(IIT) बीएचयू(BHU) में खुलने वाला ये सेंटर अपने आप में पांचवां होगा।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तरफ से नए साल पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। बता दें कि पीएम मोदी बीएचयू (IIT BHU) और उत्‍तर भारत के लोगों को लाभ देते हुए आईआईटी बीएचयू में इसरो (ISRO) का पांचवां सेंटर की नींव रखेंगे। गौरतलब है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो का पांचवां सेंटर आईआईटी बीएचयू में खुलने जा रहा है। इसके लिए आईआईटी बीएचयू और इसरो के बीच ऑनलाइन प्रोग्राम के दौरान यह समझौता हुआ है। इस समझौते में आईआईटी के डायरेक्टर प्रोफेसर प्रमोद जैन और इसरो की तरफ से सीबीपीओ कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम ऑफिस के डायरेक्टर डॉ पीवी वेंकट कृष्णन ने हस्ताक्षर किए हैं। यह सेंटर उत्‍तर एवं मध्‍य भारत का पहला रीजनल एकेडमिक सेंटर फॉर स्पेस होगा। इस सेंटर के खुल जाने के बाद बीएचयू आईआईटी के छात्र-छात्राओं को अंतरिक्ष अनुसंधान पर अध्ययन और शोध का मौका तो मिलेगा ही, इसके साथ ही कृषि, दूरसंचार, जल संसाधन, मौसम विज्ञानआदि क्षेत्रों में भी पूर्वांचल और मध्य भारत को काफी लाभ मिलेगा।

Banaras Hindu University

बता दें कि स्पेस साइंस और स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में शोध करने का दायरा भी अब बढ़ जाएगा। आईआईटी बीएचयू इसरो के लिए इस पूरे प्रोग्राम में एम्बेसडर के तौर पर काम करेगा। इसके तहत इस पूरे प्रोग्राम में क्षमता निर्माण से लेकर जागरूकता, सृजन, शोध और अनुसंधान एक्टिविटीज के लिए विशेषज्ञों के अनुभव का भी इस्तेमाल किया जाएगा।

isro

गौरतल है कि इससे पहले इस तरह के सेंटर कुरुक्षेत्र, जयपुर, मंगलौर और गुवाहाटी में खोले जा चुके हैं। ऐसे में आईआईटी बीएचयू में खुलने वाला ये सेंटर अपने आप में पांचवां होगा। अब इस उपलब्धि के बाद बीएचयू आईआईटी में बीटेक और एमटेक छात्र-छात्राओं के लिए शॉर्ट टर्म और वन ईयर प्रोजेक्ट भी शामिल किए जाएंगे।

आईआईटी बीएचयू के डायरेक्टर प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने इस समझौते पर हस्ताक्षर के बाद बताया कि यह रीजनल एकेडमिक सेंटर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड आदि राज्यों में भी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक प्रमुख फैसिलिटेटर का रोल अदा करेगा। यह सेंटर आईआईटी बीएचयू के लिए भविष्य में बड़ी उपलब्धि साबित होगा।