newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Pilibhit Khalistani Terrorist Encounter Case: पीलीभीत में ढेर हुए खालिस्तानी आतंकियों का इंग्लैंड कनेक्शन आया सामने, वीएचपी नेता की हत्या का आरोपी 10 लाख का इनामी है हैंडलर

Pilibhit Khalistani Terrorist Encounter Case: कुलबीर सिंह सिद्धू पर पंजाब के रूपनगर जिले के नंगल में विश्व हिंदू परिषद यानी वीएचपी के नेता विकास बग्गा की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि एनकाउंटर में मारे गए खालिस्तानी आतंकियों को होटल में कमरा दिलाने के लिए जसपाल उर्फ सनी को इंग्लैंड से कुलबीर सिंह सिद्धू ने फोन किया था।

पीलीभीत। यूपी के पीलीभीत में 23 दिसंबर को तड़के 3 खालिस्तानी आतंकी जसप्रीत, गुरविंदर सिंह और वरिंदर सिंह एनकाउंटर में ढेर हुए थे। अब इस मामले में यूपी पुलिस की पड़ताल में इन आतंकियों का कनेक्शन इंग्लैंड में बैठे 10 लाख के इनामी खालिस्तानी आतंकी कुलबीर सिंह सिद्धू से जुड़ा है। हिंदी अखबार अमर उजाला की खबर के मुताबिक कुलबीर सिंह सिद्धू पर पंजाब के रूपनगर जिले के नंगल में विश्व हिंदू परिषद यानी वीएचपी के नेता विकास बग्गा की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि एनकाउंटर में मारे गए खालिस्तानी आतंकियों को होटल में कमरा दिलाने के लिए जसपाल उर्फ सनी को इंग्लैंड से कुलबीर सिंह सिद्धू ने फोन किया था।

जसपाल उर्फ सनी गजरौला जप्ती का रहने वाला है। उसे पीलीभीत पुलिस ने बुधवार रात गिरफ्तार किया था। पूरनपुर के हरजी होटल से पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला था। इसी होटल में जसपाल तीनों खालिस्तानी आतंकियों को ठहराने ले गया था। पुलिस के मुताबिक हरियाणा के मूल निवासी कुलबीर सिंह सिद्धू का संबंध खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल यानी बीकेआई से है। वो वधावा सिंह बब्बर से जुड़ा है। हरियाणा पुलिस भी सिद्धू के सिलसिले में पूरनपुर आ चुकी है। वो डेढ़ साल पूरनपुर और गजरौला जप्ती में खुद रहा भी है। पुलिस का मानना है कि मारे गए खालिस्तानी आतंकियों को कुलबीर सिंह सिद्धू ने पीलीभीत इसलिए भेजा ताकि उनको नेपाल के रास्ते दूसरे देश फरार कराया जा सके।

एनआईए भी इस काम में पीलीभीत पुलिस की मदद कर रही है। खालिस्तानी आतंकियों के मसले को पुलिस ने बहुत गंभीरता से लिया है। इसकी वजह ये भी है कि कुछ दशक पहले पीलीभीत में ही पुलिस ने 10 खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया था। फिलहाल पुलिस यहां मारे गए खालिस्तानी आतंकियों के और मददगारों की तलाश भी तेजी से कर रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पुलिस और एनआईए यहां से और भी आरोपियों को गिरफ्तार कर सकती है।