newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Video Viral: PM मोदी के सामने नन्ही बच्ची ने सुनाई BJP के विकास कार्यों की कविता, प्रधानमंत्री हुए कायल

Video Viral: दरअसल बच्ची ने पीएम से मुलाकात के दौरान राज्य में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विकास कार्यों के बारे में बताया। लेकिन इस बच्ची ने पीएम मोदी के सामने भाजपा के कार्यों की एक कविता सुनाई। जिसे सुनकर वो भी काफी गदगद दिखे। सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है।  

नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई दिग्गज चुनावी प्रचार की कमान संभाल रहे है। इसके अलावा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी गुजरात में चुनाव प्रचार जोर शोर से कर रहे है। खुद पीएम मोदी राज्य में धुआंधार रैलियां और रोड़ शो कर रहे हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री ने कई चुनावी रैलियां को संबोधित भी किया और विपक्ष की जमकर क्लास भी लगाई। वहीं चुनावी के बिजी शेड्यूल के बीच एक जगह पर पीएम मोदी ने नन्ही बच्ची से मुलाकात भी की। खास बात ये है कि पीएम मोदी ने नन्ही बच्ची से मिलने के बाद उसके कायल हो गए।

PM Modi

दरअसल बच्ची ने पीएम से मुलाकात के दौरान राज्य में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विकास कार्यों के बारे में बताया। हैरान करने वाली बात ये है कि इस बच्ची ने पीएम मोदी के सामने भाजपा के कार्यों की गाथा एक कविता के माध्यम से बताई। जिसे सुनकर वो भी काफी गदगद दिखे और दंग भी नजर आए।

PM Modi

करीब एक मिनट के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि नन्ही प्रचारक गले में भाजपा का गम्छा पहने कविता सुनाती है। इस दौरान पीएम मोदी बच्ची की कविता सुनकर मुस्कुराते रहते है। बच्ची गुजराती भाषा में भाजपा के द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बता रही है। जिसमें अयोध्या का राम मंदिर, उज्जैन के कॉरिडोर समेत तमाम विषयों के बारे में कविता के जरिए बताती है। पीएम मोदी बच्ची की कविता सुनकर उसे आशीर्वाद और शाबाशी भी देते है। अब सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी वायरल हो रहा है।

PM मोदी ने कांग्रेस के ‘औकात’ वाले बयान पर किया पलटवार

बता दें कि पीएम मोदी ने आज सुरेंद्र नगर में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री के औकात वाले बयान पर पलटवार भी किया था। उन्होंने कांग्रेस को जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि, ”मैं तो सेवादार हूं। सेवक और सेवादार की कोई औकात थोड़ी होती है। ”