
नई दिल्ली। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात के दौरान भारत की चिंताओं से अवगत कराया। विशेष रूप से हाल ही में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों का जिक्र करते हुए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात बांग्लादेश सरकार से की। विदेश सचिव ने लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन पर जोर दिया। भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई।
Watch: On Foreign Secretary Vikram Misri’s Bangladesh visit, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “I would like to highlight that he went there on the 9th of December. He had foreign office consultations and also met the Chief Advisor and, thereafter, the Foreign Affairs… pic.twitter.com/D5in5D1VgE
— IANS (@ians_india) December 13, 2024
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने विक्रम मिस्री के 9 दिसंबर के बांग्लादेश दौरे के संबंध में विस्तृत विवरण देते हुए बताया कि उन्होंने वहां मीडिया से बात की, जिसमें कहा कि हम बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को किस तरह से आगे बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने आपसी विश्वास, सम्मान और एक-दूसरे की चिंताओं और हितों के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर बांग्लादेश के साथ सकारात्मक और रचनात्मक संबंध बनाने की भारत की इच्छा भी दोहराई। आपको बता दें कि भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री से मुलाकात के बाद बांग्लादेश सरकार के प्रमुख सलाहकार ने अल्पसंख्यकों पर हमले के खिलाफ एक्शन का निर्देश दिया था।
इस मुलाकात के एक दिन बाद ही हिंदुओं पर हमलों को लेकर दर्ज हुए 88 केस में 70 लोगों को गिरफ्तारी किया गया। मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने कहा कि 22 अक्टूबर के बाद के हिंसा के जो मामले सामने आए हैं उन्हें लेकर जल्दी ही जानकारी दी जाएगी। आलम ने कहा कि बांग्लादेश में इस तरह की हिंसा और जघन्य अपराध करने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इससे पहले मोहम्मद यूनुस ने अल्पसंख्यकों पर हमले की खबरों को भारतीय मीडिया द्वारा प्रायोजित अतिशयोक्ति बताया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि भारतीय मीडिया इस तरह की खबरों को बढ़ा चढ़ा कर पेश कर रही है।