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भारी पड़ेगा आचार संहिता का उल्लंघन

आम चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए मर्यादा में रहकर प्रचार करने की बात कही है। आयोग ने पार्टियों और नेताओं से कहा है कि वे भ्रामक बयान देकर मतदाताओं को गुमराह न करें। आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन को लेकर कड़ी चेतावनी भी दी है।

नई दिल्ली। देश में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले, चुनाव आयोग की ओर से राजनीतिक दलों के लिए प्रचार संबंधी एडवाइजरी जारी की गई है। अपनी एडवाइजरी में चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और उनके स्टार प्रचारकों से जाति, धर्म, भाषा के आधार पर वोट अपील नहीं करने का आग्रह किया है। आयोग ने पार्टियों और नेताओं से कहा है कि वे भ्रामक बयान देकर मतदाताओं को गुमराह न करें। इतना ही नहीं आयोग की ओर से आदर्श आचार संहिता के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उल्लंघन के मामले में उन्हें कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

चुनाव आयोग ने पार्टियों से कहा है कि चुनाव प्रचार के दौरान मुद्दा आधारित बहस होनी चाहिए। सोशल मीडिया पर प्रतिद्वंद्वियों की निंदा या अपमान करने वाले पोस्ट साझा नहीं किए जाने की सलाह भी आयोग की तरफ से दी गई है। एडवाइजरी में कहा भी गया है कि पूर्व में नोटिस प्राप्त कर चुके स्टार प्रचारकों, उम्मीदवारों को दोबारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। वहीं भाजपा ने निर्वाचन आयोग से सभी मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराने और शहरी इलाकों में विभिन्न आवासीय सोसायटी के परिसरों में भी मतदान केंद्र स्थापित किए जाने की मांग की। इस संबंध में भाजपा की ओर से आयोग को एक ज्ञापन में भाजपा ने निर्वाचन आयोग से राजनीतिक दलों की मीडिया सामग्री की अनुमोदन प्रक्रिया में सुधार पर विचार करने का भी आग्रह किया ताकि उन्हें अपने अभियान की योजना बनाने के लिए पर्याप्त समय मिल सके।