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Violence In Murshidabad Against Waqf Law : वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा, उपद्रवियों ने कई गाड़ियां फूंकी

Violence In Murshidabad Against Waqf Law : प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 12 को जाम कर दिया। फिलहाल इलाके में तनाव है और पुलिस स्थिति को काबू करने तथा जाम को खुलवाने का प्रयास कर रही है। उधर, बीजेपी ने इस हिंसा की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा देने की मांग की है।

नई दिल्ली। वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा हो गई है। उपद्रवियों ने पत्थरबाजी करते हुए तोड़फोड़ की और पुलिस की कई गाड़ियां फूंक दी। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 12 को जाम कर दिया। फिलहाल इलाके में तनाव है और पुलिस स्थिति को काबू करने तथा जाम को खुलवाने का प्रयास कर रही है। जानकारी के अनुसार रघुनाथगंज थाना क्षेत्र के उमरपुर-बानीपुर इलाके में मुस्लिम संगठनों के द्वारा वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन का आह्वान किया गया था। प्रदर्शनकारियों ने जुलूस निकालने का प्रयास किया जिसे पुलिस ने रोका तो लोग उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव कर दिया जवाब में पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर दिया।

देखते ही देखते प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने हिंसा शुरू कर दी। पुलिस पर पत्थर फेंकने लगे, इसमें पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोगों को हल्की चोट भी आई है। प्रदर्शनकारियों वक्फ कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं उनका कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं होगा प्रदर्शन जारी रहेगा। जहां से घटना हुई वो मुर्शिदाबाद जिला मुस्लिम बाहुल्य इलाका है। जब से वक्फ संशोधन बिल सरकार ने संसद में पेश किया तभी से इसका विरोध हो रहा था। संसद से बिल पास होने के बाद सरकार ने इसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास भेजा। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब विधेयक कानून बन चुका है।

उधर, बीजेपी नेता अमित मालवीय ने हिंसक प्रदर्शन का वीडियो अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा, मुस्लिम भीड़ मुर्शिदाबाद की सड़कों पर उतर आई है और वक्फ अधिनियम के विरोध में खुलेआम संविधान की अवहेलना का आह्वान कर रही है। उन्होंने आगे लिखा, बहुत हो चुका और इसी के साथ ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर दी। मालवीय ने लिखा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को या तो जाग जाना चाहिए और स्थिति को नियंत्रित करना चाहिए या अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।