वाराणसी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने स्पष्ट बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं। योगी आदित्यनाथ ने अब वाराणसी में बड़ा बयान दिया है। योगी आदित्यनाथ ने धर्म की रक्षा के लिए हिंसा को जायज बताया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हिंदू धर्म साफ कहता है कि अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है, लेकिन धर्म और देश की रक्षा व निर्दोषों को बचाने के लिए हिंसा को भी शास्त्रों में धर्म बताया गया है। योगी आदित्यनाथ का ये बयान सुनिए।
हमारा हिंदू धर्म स्पष्ट कहता है कि ‘अहिंसा परमो धर्म:’
लेकिन, राष्ट्र रक्षा के लिए, धर्म रक्षा के लिए, निर्दोष लोगों को बचाने के लिए हिंसा करनी पड़े तो ‘धर्मसम्मत’ मान्य है और यह आह्वान भारत का ‘शास्त्र’ करता है… pic.twitter.com/YzcU3G1VFT
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 7, 2024
योगी आदित्यनाथ ने पिछले काफी समय से अहम बयान दिए हैं। बांग्लादेश में सत्ता पलटने के बाद हिंदुओं पर लगातार अत्याचार और हिंसा का उदाहरण देते हुए योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा में कहा था कि अगर बटेंगे, तो कटेंगे। योगी के उस बयान की भी खूब चर्चा हुई थी। योगी के इस बटेंगे और कटेंगे वाले बयान के बाद बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी ने भी महाराष्ट्र के दौरे में कहा था कि अगर हम बंटेंगे, तो बांटने वाले महफिल सजाएंगे। वहीं, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी शनिवार को राजस्थान के बारां में अपने संबोधन में कहा था कि हिंदुओं को एकजुट रहना चाहिए।
योगी आदित्यनाथ के शासन में यूपी में सांप्रदायिक हिंसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई होती रही है। कई जगह सांप्रदायिक हिंसा करने वालों के घरों पर योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बुलडोजर कार्रवाई भी की। योगी आदित्यनाथ अपने मन की बात न छिपाने के लिए भी पहचाने जाते हैं। योगी ने एक बार एक न्यूज चैनल से साफ कह दिया था कि वो हिंदू हैं और टीका लगाएंगे। किसी को खुश करने के लिए गोल टोपी पहनना उनकी फितरत में नहीं है। योगी के इन्हीं बयानों के आधार पर तमाम लोग उनमें देश का अगला प्रधानमंत्री देखते हैं। अब सबकी नजर है कि धर्म, राष्ट्र और निर्दोषों को बचाने के लिए योगी ने हिंसा को धर्मसम्मत बताने वाला जो बयान दिया है, उसपर विपक्ष की क्या प्रतिक्रिया आती है।