बेतिया। राजस्थान और मध्यप्रदेश के बाद अब बिहार के बेतिया से सांप्रदायिक हिंसा की खबर है। ये हिंसा बुधवार देर रात हुई। हिंसा में आधा दर्जन पुलिसकर्मी और एक दर्जन स्थानीय लोग घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों ने करीब ढाई घंटे तक जमकर पथराव किया। डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे, लेकिन हालात को कंट्रोल करना संभव नहीं हो रहा था। एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा के मुताबिक बच्चों के बीच विवाद की शुरुआत हुई थी और देखते ही देखते बड़े भी इसमें कूद पड़े और इलाके में जमकर हिंसा होने लगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि मोहल्ले में शादी थी और बारात आने पर डीजे बज रहा था। डांस करने पर विवाद शुरू हुआ।
बच्चों के बीच विवाद बढ़ गया। जिसके बाद दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। बहसबाजी होने लगी और फिर पथराव हो गया। इतने ईंट-पत्थर लोगों ने चलाए कि उन्हें बाद में हटाने के लिए जेसीबी बुलानी पड़ी। एसपी के मुताबिक हिंसा में कालीबाग थाने के प्रभारी का भी सिर फट गया। उनको अस्पताल में दाखिल कराया गया है। देर रात पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद भीड़ पर काबू पाया। एसपी ने बताया कि हिंसा को रोकने के लिए कई थानों की पुलिस मौके पर बुलानी पड़ी। फिलहाल पुलिस दोषियों के खिलाफ केस लिख रही है। घायलों का इलाज भी कराया जा रहा है।
बता दें कि इससे पहले राजस्थान और मध्यप्रदेश के कई शहरों में दंगे हो चुके हैं। ये दंगे हिंदू नववर्ष, हनुमान जयंती और परशुराम जयंती के मौके पर हुए थे। दंगों की वजह से मध्यप्रदेश के खरगोन में काफी दिनों तक कर्फ्यू लगाकर रखना पड़ा था। पिछले कुछ वक्त से इस तरह की सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। जबकि, पिछले करीब 6 साल इस तरह की घटनाएं काफी कम हो गई थीं।