नई दिल्ली। पंजाब में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक उठापठक जारी है। इस बीच नेताओं के पाला बदलने की प्रक्रिया भी चल रही है। कांग्रेस अपनी ही पार्टी में मच रही कलह से गुजर रही है और सत्ता में रहने के बावजूद पंजाब में कांग्रेस को एक के बाद एक झटके मिलते जा रहे है। कांग्रेस के कई नेता, मौजूदा विधायक कांग्रेस में मची कलह से परेशान हैं और पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी ज्वाइन कर रहे हैं। इसी बीच दिल्ली कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। इस बार कांग्रेस को झटका देने वाला इंसान पूर्व क्रिकेटर वीरेन्द्र सहवाग के परिवार से है।
आपको बता दें कि वीरेंद्र सहवाग की बहन अंजू शर्मा भी कई सालों से राजनीति में सक्रिय हैं। लंबे समय से कांग्रेस में रहकर काम करने वाली अंजू अब उनका दामन छोड़ एक दूसरी पार्टी में शामिल हो गई हैं। वीरेंद्र सहवाग की बहन अंजू सहवाग ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर लिया है। खबरों के अनुसार, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पंकज गुप्ता और विधायक सोमनाथ भारती ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। अंजू सहवाग पहले भी दिल्ली में कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ चुकी हैं लेकिन अब वे कांग्रेस से इस्तीफ़ा देकर आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग जी की बहन अंजू सहवाग जी आज @ArvindKejriwal सरकार की जनहित योजनाओं से प्रेरित होकर आम आदमी पार्टी में शामिल हुई।
AAP राष्ट्रीय महासचिव @pankajgupta और MLA @attorneybharti ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। pic.twitter.com/bCf2EAhtWK
— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) December 31, 2021
वहीं अंजू सहवाग के आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने पर आप के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग जी की बहन अंजू सहवाग जी आज अरविन्द केजरीवाल सरकार की जनहित योजनाओं से प्रेरित होकर आम आदमी पार्टी में शामिल हुई।
यहां आपको बता दें कि 2022 में दिल्ली में होने वाले नगर निगम चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी में अंजू सहवाग के शामिल होने से कांग्रेस को एक झटका लगा है। अंजू सहवाग साल 2012 में कांग्रेस के टिकट पर महिलाओं के लिए आरक्षित दक्षिणपुरी एक्सटेंशन वॉर्ड से नगर निगम का चुनाव लड़ा था। 558 वोटों के मार्जिन से बीजेपी की आरती देवी को उन्होंने मात दी थी। अंजू सहवाग हिंदी एवं समाजशास्त्र की अध्यापिका भी रह चुकी हैं।