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Boycott Of Turkiye Voices Arose In India : पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्की के बॉयकॉट की भारत में उठी आवाज, सेब से लेकर टूरिज्म तक का बहिष्कार

Boycott Of Turkiye Voices Arose In India : भारत की आतंकवाद के खिलाफ की गई कार्रवाई पर तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन की आपूर्ति की। इसी बात से नाराज भारतीय तुर्की के खिलाफ गुस्सा निकाल रहे हैं। पुणे के फल व्यापारियों ने तुर्की के सेब पर प्रतिबंध का निर्णय लिया है। वहीं छुट्टियों में तुर्की जाने का प्लान कर रहे कई लोगों ने ट्रिप कैंसिल कर दी है।

नई दिल्ली। भारत के खिलाफ तुर्की के द्वारा पाकिस्तान का साथ दिए जाने पर हमारे देशवासियों में गुस्सा है। भारत की आतंकवाद के खिलाफ की गई कार्रवाई पर तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन की आपूर्ति की। इसी गुस्से के मद्देनजर भारत में बॉयकॉट तुर्की की मांग जोर पकड़ रही है। इसी क्रम में पुणे के सेब कारोबारियों ने तुर्की के सेबों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। वहीं सोशल मीडिया पर भी बॉयकॉट तुर्की ट्रेंड चल रहा है। तुर्की से आने वाले सभी प्रकार के सामान पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए भी तुर्की ना जाने की बात भारतीय नागरिक कर रहे हैं। भारत में तुर्की का बॉयकॉट होना उसके लिए आर्थिक दृष्टि से बहुत बड़ा नुकसान साबित होगा।

पुणे के एपीएमसी मार्केट में सेब व्यापारी सुयोग जेंडे ने कहा कि हमने तुर्की से सेब खरीदना बंद करने का फैसला किया है क्योंकि वह पाकिस्तान का समर्थन करता है। तुर्की के सेब के बजाय हम हिमाचल और अन्य क्षेत्रों के सेब खरीदना पसंद करेंगे। वहीं खुदरा ग्राहक भी कह रहे हैं कि उन्हें तुर्की के सेब नहीं चाहिए। सेब व्यापारी ने कहा कि लोगों के गुस्से को देखकर हमने भी तुर्की के सेबों का बहिष्कार करने का फैसला किया। तुर्की के सेब यहाँ 3 महीने तक बिकते हैं और यह कारोबार उनका लगभग 1200-1500 करोड़ रुपये का है।

उधर, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कई भारतीय जो छुट्टियों में तुर्की घूमने जाने का प्लान कर रहे थे उन्होंने भी अपनी बुकिंग कैंसिल कर दी है। लोगों का कहना है कि जब तुर्की में भूकंप आया था, तो भारत उसकी मदद करने वाला पहला देश था, लेकिन उसने पाकिस्तान का साथ दिया। बता दे कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात के बीच तुर्की नौसेना का एक युद्धपोत टीसीसी बुकुकाडा कराची बंदरगाह पर पहुंचा था। वहीं युद्धपोत के कराची पहुंचने से पहले तुर्की के सी-130 एयरक्राफ्ट भी कराची में लैंड हुआ था।