नई दिल्ली। दिल्ली के जहांगीरपुरी दंगों में शामिल एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसका नाम सनवर मलिक उर्फ अकबर उर्फ कालिया है। सनवर इन दंगों के बाद से ही फरार था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 25000 रुपए का इनाम रखा था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक दंगों के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की विशेष टीम बनाई गई है। इसी टीम ने सनवर को धर दबोचा। वो मूल रूप से पश्चिम बंगाल के हल्दिया के सुता हाटा थाने के तहत बासूलिया गांव का रहने वाला है। बता दें कि इस मामले में पहले गिरफ्तार हुए मुख्य आरोपी अंसार समेत तमाम लोग पश्चिम बंगाल के ही मूल निवासी हैं।
सनवर मलिक की गिरफ्तारी के बारे में पुलिस ने बताया है कि 2 जुलाई को मुखबिर से पुख्ता जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने जहांगीरपुरी के ही सी ब्लॉक स्थित 500 वाली गली के एक घर पर छापा मारा। मुखबिर ने पुलिस को बताया था कि अगर सनवर को गिरफ्तार करने में नाकामी हाथ लगी, तो वो पश्चिम बंगाल भाग जाएगा। मौके पर क्राइम ब्रांच की टीम को देखकर सनवर वहां से भागकर सीडी ब्लॉक की झुग्गियों में छिप गया। वहां से उसे पकड़ा गया, लेकिन फिर वो भागने की कोशिश करने लगा। उसने पीछा कर रहे हेड कॉन्सटेबल नितिन पर पथराव भी किया, लेकिन घायल होने के बावजूद नितिन ने साथी हेड कॉन्सटेबल नवल और स्थानीय लोगों की मदद से सनवर को धर लिया।
पुलिस के मुताबिक सनवर चौथी क्लास तक पढ़ा है। वो छह भाई बहन हैं। वो भी अंसार की तरह कबाड़ी का काम करता है। चोरी के आरोप में वो पहली बार गिरफ्तार हुआ था। हत्या की कोशिश के आरोप में सनवर को उसके भाई के साथ 2016 में पुलिस ने पकड़ा था। इसके बाद उस पर 6 और मामले दर्ज हुए। हनुमान जयंती के मौके पर उसने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर पुलिस और अन्य लोगों पर पथराव किया और कांच की बोतलें फेंकी। लोगों को भी भड़काने का काम उसने किया था।