
ठाकुरनगर। पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय के मसले पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और बीजेपी के बीच सियासी जंग तेज हो गई है। टीएमसी के सांसद और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी रविवार को उत्तर 24 परगना के ठाकुरनगर स्थित मतुआ समुदाय के धार्मिक स्थल ठाकुरबाड़ी गए थे। अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि बीजेपी के बनगांव सांसद शांतनु ठाकुर और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनको घुसने नहीं दिया और टीएमसी कार्यकर्ताओं से मारपीट की गई। अभिषेक बनर्जी ने ये आरोप भी लगाया है कि केंद्रीय बलों के जवानों ने महिलाओं से मारपीट की और जूते पहनकर ठाकुरबाड़ी मंदिर में घुसकर उसे अपवित्र किया।
I strongly condemn @Shantanu_bjp‘s outrageous act of storming into Thakurbari Temple with CISF, disrespecting the premise by wearing shoes & physically assaulting women devotees.
They have desecrated the sanctity of Thakurbari in the name of politics.
Shameful display of power! pic.twitter.com/5uDFA3GGzz— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) June 11, 2023
वहीं, अभिषेक बनर्जी से काफी पहले ही पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने इस मुद्दे पर हमला बोल दिया था। शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि अभिषेक बनर्जी टीएमसी का झंडा लेकर ठाकुरबाड़ी मंदिर में घुसने जा रहे थे। उनको ऐसा करने से रोके जाने के बाद टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने ठाकुरबाड़ी परिसर में मतुआ समुदाय के लोगों से मारपीट की। शुभेंदु ने अपने आरोप के समर्थन में ट्विटर पर वीडियो भी जारी किया है। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से ठीक पहले मतुआ समुदाय के मसले पर बीजेपी और टीएमसी के बीच टकराव बढ़ता नजर आ रहा है।
TMC goons have attacked the Holy Shree Dham Temple; Thakurbari of the Matua Community, in front of the Police.
I request the Hon’ble Union Home Minister; Shri @AmitShah Ji & @HMOIndia to kindly intervene urgently & provide protection to the members & office bearers of the All… pic.twitter.com/lE1icS68TY— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) June 11, 2023
मतुआ समुदाय मूल रूप से बांग्लादेश में रहता है। इस समुदाय के धर्मगुरु हरिचांद ठाकुर और गुरुचांद ठाकुर को समुदाय बहुत मानता है। ठाकुरबाड़ी में ही दोनों धर्मगुरु रहते थे। मतुआ समुदाय अति दलित की श्रेणी में आता है। पश्चिम बंगाल की 39 विधानसभा सीटों पर मतुआ समुदाय जीत और हार में बड़ी भूमिका निभाता है। इस समुदाय का प्रभाव है कि पश्चिम बंगाल में 2021 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले जब पीएम नरेंद्र मोदी बांग्लादेश के दौरे पर गए थे, तब उन्होंने मतुआ समुदाय के वहां स्थित मुख्य मंदिर में दर्शन भी किए थे।