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War In Open: बीजेपी छोड़ने वाले मंत्री दारा सिंह लगा रहे थे आरोप, सिद्धार्थनाथ ने दिखाया आईना तो बोलती हुई बंद

योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दारा सिंह चौहान के एक-एक आरोप का ऐसा जवाब दिया कि उनकी बोलती बंद कर दी। सिद्धार्थनाथ जब बोलने लगे, तो दारा सिंह चौहान चुपचाप अपना सिर झुकाए सुनते रहे। आरोप और उसका जवाब लाइव टीवी पर हुआ।

नई दिल्ली। योगी सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा देकर बीजेपी छोड़ने वाले कद्दावर नेता दारा सिंह चौहान को आज अपने आरोपों का सटीक जवाब मिलने पर अपनी जुबान को बंद कर सिर झुकाना पड़ गया। इंडिया टुडे न्यूज चैनल में बीजेपी के नेता और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दारा सिंह चौहान के एक-एक आरोप का ऐसा जवाब दिया कि उनकी बोलती बंद कर दी। सिद्धार्थनाथ जब बोलने लगे, तो दारा सिंह चौहान चुपचाप अपना सिर झुकाए सुनते रहे। आरोप और उसका जवाब लाइव टीवी पर हुआ। जिस तरह दारा सिंह ने चुप्पी साध ली और सिद्धार्थनाथ जैसे अंदाज में हमलावर हुए, उसे देखकर सवाल ये उठते हैं कि बीजेपी छोड़कर जाने वाले जो आरोप पार्टी और योगी पर लगा रहे हैं, उनमें कितना दम है।

टीवी पर लाइव होकर दारा सिंह चौहान ने पहले कहा कि उन्होंने अपने इस्तीफे वाली चिट्ठी में मुद्दे लिख दिए हैं। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में 5 साल तक गरीबों और पिछड़ों की भलाई के लिए कुछ नहीं हुआ। उन्होंने बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए भी इस्तीफा दिया था। इसके बाद चैनल पर बीजेपी के सिद्धार्थनाथ सिंह ने लाइव आते हुए एंकर के सारे सवाल सुनते ही दारा सिंह को आईना दिखाना शुरू किया। एक एक मुद्दे पर सिद्धार्थनाथ सिंह जवाब देते रहे और दारा सिंह चौहान चुपचाप बैठकर उन्हें सुनते रहे।

सिद्धार्थनाथ ने दारा सिंह के आरोपों पर कहा कि योगी सरकार के दौरान प्रदेश में 45 लाख लोगों को घर दिए गए। घर जिन्हें मिले, क्या वो गरीब नहीं थे। उन्होंने कहा कि 2 लाख से ज्यादा शौचालय बनवाए गए। ये शौचालय भी गरीबों को ही मिले। उन्होंने कहा कि जब मजदूर कोरोना काल में घर लौटे, तो योगी सरकार ने उन्हें घर चलाने के लिए रकम दी। सिद्धार्थनाथ ने कहा कि मजदूर भी तो पिछड़े ही होते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों को सम्मान निधि और लोगों को मुफ्त अनाज दिया जा रहा है। समाज के ये दोनों वर्ग गरीब और पिछड़े ही होते हैं।

Siddharthnath singh

सिद्धार्थनाथ यहीं नहीं रुके। उन्होंने पलटकर सवाल किया कि दारा सिंह से पूछिए कि क्या उन्होंने गरीबों को घर की चाबी नहीं दी ? सिद्धार्थनाथ सिंह ने ये भी कहा कि दारा सिंह को लग रहा था कि वो इस बार अपने क्षेत्र से हार जाएंगे। इसी वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है। स्वामी प्रसाद का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि वो अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे, नेतृत्व इसपर तैयार नहीं था और इस वजह से इस्तीफा दिया गया।