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Wasim Rizvi Appeals Muslims To Return To Sanatan Dharma : सनातन धर्म में ‘घर वापसी’ करने वाले मुसलमानों को 3 हजार प्रतिमाह देंगे वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर

Wasim Rizvi Appeals Muslims To Return To Sanatan Dharma : शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने आज प्रयागराज महाकुंभ पहुंचकर संगम स्नान किया। इसके बाद भगवा वेशभूषा में माथे पर चंदन का टीका लगाए हुए जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने अपना एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने मुसलमानों से सनातन धर्म में घर वापसी के संबंध में विचार करने का अनुरोध किया।

नई दिल्ली। शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने आज प्रयागराज महाकुंभ पहुंचकर संगम स्नान किया। इसके बाद भगवा वेशभूषा में माथे पर चंदन का टीका लगाए हुए जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने अपना एक वीडियो जारी किया। वीडियो में उन्होंने कहा कि मैं प्रयागराज महाकुंभ की इस पवित्र धरती से पूरे देश के मुसलमानों से जिसमें वो मुसलमानों से अनुरोध करता हूं कि वो सनातन धर्म में घर वापसी के संबंध में विचार करें। उन्होंने कहा कि जो भी मुसलमान सनातन धर्म में वापसी करेंगे उन्हें हर महीने 3 हजार रुपए दिए जाएंगे।

वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने बताया कि मैं अपने मित्रों के माध्यम से एक संगठन बना रहा हूं। जो मुस्लिम परिवार सनातन धर्म में घर वापसी करेंगे उनको इस संगठन के जरिए प्रति माह तीन हजार रुपए तब तक दिए जाते रहेंगे जब तक वो सनातन धर्म में पूरी तरह से सेटल ना हो जाएं। इसके साथ ही जो लोग कारोबार करना चाहेंगे उनको छोटे कारोबार से जोड़ने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने मुसलमानों से कहा लेकिन इसके लिए आपको कट्टरपंथ से बाहर निकलना पड़ेगा, जेहादी मानसिकता को छोड़ना होगा, अपनी खुशी से सनातन धर्म में घर वापसी करें, सनातन धर्म आपका स्वागत करेगा।

आपको बता दें कि साल 2021 में महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के संपर्क में आने के बाद वसीम रिजवी ने धर्म परिवर्तन कर लिया था। उन्होंने विधिवत सनातन धर्म अपनाया और अपना नाम जितेंद्र नारायण त्यागी रखा था। लेकिन बाद में उन्होंने अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर कर लिया। वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर अक्सर अपने इसी तरह के बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। उनके खिलाफ कई बार फतवा भी जारी हो चुका है। इससे पहले एक बार उन्होंने मदरसा शिक्षा को आतंकवाद से जोड़ते हुए उस पर रोक लगाने की मांग कर दी थी।