नई दिल्ली। ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की पहाड़ियों पर बर्फबारी हो रही है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड में और बढ़ोतरी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश का दौर भी चलने जा रहा है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी के साथ बारिश होगी। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश में कोहरे का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग ने 10 से 12 जनवरी के बीच हिमालय वाले राज्यों में एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान लगाया है।
#WATCH | Agra, Uttar Pradesh: The Taj Mahal is covered in a thin layer of fog as the coldwave grips the city.
(Visuals from the Taj Mahal) pic.twitter.com/geqQ0XCGwy
— ANI (@ANI) January 6, 2025
#WATCH | Cuttack, Odisha: A thin layer of fog engulfs the city.
As per IMD, the lowest temperature in the city is 19°C. pic.twitter.com/6h2J9AbCMQ
— ANI (@ANI) January 6, 2025
मैदानी इलाकों की बात करें, तो दिल्ली में भी बारिश के आसार दिख रहे हैं। यहां हल्की बारिश का दौर खत्म होने के बाद फिर घना कोहरा छा सकता है। फिलहाल जो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है, उसके कारण पंजाब और हरियाणा में भी बारिश हो सकती है। पश्चिमी यूपी में भी हल्की बारिश संभव है। मौसम विभाग का अनुमान है कि यूपी के तराई समेत बड़े हिस्से में घने कोहरे से ठंड में और इजाफा देखने को मिल सकता है। 35 जिलों के लिए मौसम विभाग ने घने कोहरे का अलर्ट भी जारी किया है। यूपी में ठंड लगने से अब तक 7 लोगों की मौत की भी खबर है। मौसम विभाग के अनुसार बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल के हिमालय से लगे और गांगेय इलाकों व ओडिशा के कुछ हिस्सों में ठंड बढ़ सकती है।
#WATCH | Delhi: Flight operations are normal at the Indira Gandhi International Airport amid the fog situation in the city pic.twitter.com/03mE7v8V7m
— ANI (@ANI) January 6, 2025
#WATCH | Lucknow, Uttar Pradesh: A dense layer of fog engulfs Lucknow. pic.twitter.com/EgCsnMNs8f
— ANI (@ANI) January 6, 2025
ठंड के मौसम में हर साल एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ आते हैं। ईरान से अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रास्ते समुद्र से आने वाली हवाएं हिमालय से टकराती हैं और इससे बर्फबारी और बारिश होती है। मौसम विभाग पहले ही कह चुका है कि इस साल ठंड ज्यादा पड़ने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार ला नीना के प्रभाव के कारण इस साल ज्यादा ठंड होगी। ला नीना प्रभाव में समुद्र की सतह का तापमान जमीन के मुकाबले कम हो जाता है। ला नीना प्रभाव के कारण ही 2024 में मॉनसून के सीजन में औसत से ज्यादा बारिश हुई थी।