
नई दिल्ली। इस साल केरल में मॉनसून तय तारीख यानी 1 जून से पहले पहुंच गया था। इससे उम्मीद थी कि उत्तर भारत में भी मॉनसून की बारिश जल्दी शुरू होगी, लेकिन बीच रास्ते मॉनसून थम गया। इसकी वजह से उत्तर भारत में तेज गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग ने अब बताया है कि देश की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर और पश्चिम भारत में मॉनसून कब तक पहुंचेगा। मौसम विभाग के अनुसार 25 जून तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में मॉनसून की बारिश शुरू होने की संभावना है। इससे तेज गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिलेगी।
मौसम विभाग ने ये भी बताया है कि 16 जून तक झारखंड और बिहार के पूर्वी हिस्से तक भी मॉनसून पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार अगले हफ्ते के मध्य तक मॉनसून के बादल बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ते हुए पश्चिम बंगाल और आसपास दाखिल होंगे। उत्तर बंगाल के जिलों में 18 जून तक भारी बारिश होने का भी अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है। बंगाल के बाकी जिलों में भी 18 जून तक काफी बारिश होने की भविष्यवाणी मौसम विभाग ने की है। बता दें कि 30 जून तक मॉनसून के बादल पूरे देश पर छाते रहे हैं। हालांकि, इसमें कभी-कभी कुछ देरी भी होती देखी गई है।
मौसम विभाग ने पहले भविष्यवाणी की थी कि इस साल भी औसत से ज्यादा मॉनसून की बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार ला नीना प्रभाव के कारण प्रशांत महासागर की सतह का तापमान जमीन से ज्यादा होने की वजह से ला नीना का प्रभाव है। साल 2024 में भी ला नीना का प्रभाव था। इसकी वजह से पिछले साल भी मॉनसून के सीजन में औसत से ज्यादा बारिश देखने को मिली थी। जबकि, उससे पहले कई साल एल नीनो के प्रभाव के कारण जमीन का तापमान समुद्र से ज्यादा था और बारिश में काफी कमी हुई थी। इस साल किसान अच्छी बारिश की उम्मीद लगाए हैं। माना जा रहा है कि मॉनसून की बारिश से धान, दलहन वगैरा की इस बार अच्छी पैदावार हो सकती है।