नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के नादिया में नाबालिग लड़की के रेप और मौत की घटना ने राज्य की राजनीति में उबाल ला दिया है। अब इस मामले में पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी के बयान को लेकर उनकी तीखी आलोचना हो रही है। यहां तक की खुद उन्हीं के पार्टी TMC के सांसद ममता बनर्जी के खिलाफ खड़े हो गए हैं। TMC सांसद महुआ मोइत्रा के बाद पार्टी के ही एक और वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से हांसखाली में नाबालिग से हुए रेप और मौत के मामले में दिए गए बयान पर ‘अप्रत्यक्ष रूप से’ विरोध जताया है।
सांसद सौगत रॉय ने नाबालिग से रेप की घटना को मुख्यमंत्री की ओर से ‘मामूली घटना’ और ‘लव-एंगल’ करार दिए जाने का खंडन किया है। रॉय ने सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री को महिला के खिलाफ हुई आपराधिक घटना अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, ‘ऐसे आपराधिक मामलों में एक जीरो टॉलरेंस का दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए। यहां तक कि महिला दुर्व्यवहार की एक भी घटना एक महिला मुख्यमंत्री वाले राज्य के लिए शर्म की बात है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और ऐसी घटनाओं के बाद तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। मुझे यकीन है कि पुलिस मामले की जांच करेगी।’ सांसद सौगत रॉय के अलावा महुआ मोइत्रा भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान का विरोध जता चुकी हैं।
सीएम ममता बनर्जी ने दिया था ऐसा बयान
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नाबालिग से रेप और मौत के मामले में पीड़िता को लेकर प्रेम प्रसंग की बात कही थी। उन्होंने कहा था ‘जो हुआ वह सही नहीं है। मैं इसकी निंदा करती हूं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन विपक्षी दल और मीडिया का एक वर्ग पूरे मुद्दे को राजनीतिक मोड़ देने की कोशिश कर रहा है। मुझे खबर मिली है कि आरोपी और पीड़िता के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था, तो फिर जांच पूरी होने से पहले किसी निष्कर्ष पर क्यों पहुंचा जाए।’