नई दिल्ली। किसने सोचा था कि फोटो सेशन में सबसे अंतिम कतार में बैठे शख्स को बीजेपी मुख्यमंत्री की कुर्सी से विभूषित करेगी? जवाब स्पष्ट है कि किसी ने भी नहीं सोचा था। चर्चा में कई नाम शामिल थे, लेकिन इन नामों में मोहन यादव का नाम शामिल नहीं था, जिन्हें आज राजधानी भोपाल में विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया। मोहन यादव के लिए अलावा पार्टी ने राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को डिप्टी सीएम की कमान सौंपी। इसके अलावा नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा का स्पीकर बनाया गया। उधर, सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी ने मध्य प्रदेश में एक आम कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री की कुर्सी से विभूषित कर बड़ा दांव चल दिया है। पार्टी ने मोहन यादव पर दांव चलकर ओबीसी समुदाय को साधने का प्रयास किया है।
Ujjain South MLA Mohan Yadav selected as new Madhya Pradesh CM
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— ANI Digital (@ani_digital) December 11, 2023
वहीं, मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद मोहन यादव ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि “मैं पार्टी का एक छोटा कार्यकर्ता हूं। मैं आप सभी को, प्रदेश नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं। आपके प्यार और समर्थन से मैं अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने का प्रयास करूंगा।” उधर, मोहन यादव के परिवार वालों ने इस पर अपनी खुशी जाहिर की है। मोहन यादव के परिवारवालों ने कहा कि उन्हें बिल्कुल भी विश्वास नहीं हो रहा है कि आखिर पार्टी ने एक आम कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री की कमान सौंपी है।
#WATCH | Madhya Pradesh CM-designate Mohan Yadav says, “I am a small worker of the party. I thank all of you, the state leadership and the central leadership. With your love and support, I will try to fulfil my responsibilities.” pic.twitter.com/dRM7g0VoMw
— ANI (@ANI) December 11, 2023
बता दें कि आज इस संदर्भ में राजधानी भोपाल में विधायक दल की बैठक हुई थी, जिसमें सभी विधायक शामिल हुए। वहीं, मध्य प्रदेश के पर्यवेक्षक भी शामिल हुए थे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एमपी का पर्यवेक्षक बनाया गया है। उधर, बैठक में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया था। सनद रहे कि मुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम चर्चा में थे, जिसमें शिवराज सिंह चौहान, कैलाश विजयवर्गीय और नरेंद्र सिंह तोमर का नाम शामिल है, लेकिन पार्टी ने एक ऐसे नाम पर भरोसा जताया है, जिसे लेकर दूर तक दूर तक कहीं कोई चर्चा नहीं हो रही थी। मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर पार्टी ने यह भी संदेश दिया है कि अगर कोई आम कार्यकर्ता पार्टी के लिए मेहनत से काम करें, तो पार्टी उसे आगे बढ़ाने में तनिक भी गुरेज नहीं कर रही थी।