धर्म की महाभारत में कहां हैं…भारतीय युवा ? दूसरे धर्म में शादी पर क्या सोचते हैं युवा ? किस धर्म के युवा, कितने धार्मिक ?

धार्मिक मसलों पर स्टैंड-अप कॉमेडी का आधे से ज्यादा युवा विरोध करते हैं। सर्वे के आंकड़ों से ये बात भी सामने आई है कि 50 प्रतिशत युवा किसी भी धर्म पर स्टैंड-अप कॉमेडी पर प्रतिबंध का समर्थन करते हैं, जबकि 32 प्रतिशत युवा, पाबंदी को सही नहीं मानते हैं। धर्मगुरुओं पर कॉमेडी फिल्मों की बात करें तो 48 प्रतिशत युवा इस पर पाबंदी लगाने के पक्षधर हैं।

Avatar Written by: December 28, 2021 4:31 pm
Delhi News

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के पहले, एक बार फिर, धर्म पर बहस छिड़ गई है। कहीं धर्म संसद पर विवादित भाषण की चर्चा है, तो कहीं पंजाब में बेअदबी पर कानून बनाने की मांग की जा रही है। कहीं अभिव्यक्ति के नाम पर, धर्म का मजाक उड़ाया जा रहा है, तो कहीं धर्म के ठेकेदार सबक सिखाने की धमकी दे रहे हैं। धर्म की इस महाभारत में साधु, संत, मौलाना और नेता सभी तो शामिल हैं, लेकिन भारतीय युवा कहां है ?

बड़ा सवाल ये है कि, आखिर धर्म को लेकर, भारतीय युवाओं की सोच क्या है ? 21वीं सदी के युवाओं की धर्म में कितनी आस्था है ? किस धर्म के युवा, अपने धर्म को लेकर, सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं ? धर्म पर मजाक या स्टैंड-अप कॉमेडी को देश के युवा कितना सही मानते हैं ? इन्हीं सारे सवालों को लेकर, सीएसडीएस-लोकनीति ने भारतीय युवाओं पर सर्वे किया है। सीएसडीएस ने 15 से 34 साल की उम्र के करीब 6 हजार युवाओं पर सर्वे किया है। देश के 18 राज्यों में हुए, इस सर्वे के नतीजे, आपको युवाओं के धार्मिक नजरिए पर नए सिरे से सोचने का अवसर देंगे। इस सर्वे की सबसे बड़ी खबर ये है कि सिख धर्म के युवा सबसे ज्यादा धार्मिक हैं। सिर्फ 1 प्रतिशत सिख युवा ही ऐसे हैं, जिन्होंने कभी प्रार्थना नहीं की है।

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अगर सर्वे के नतीजों पर गौर करें तो, सबसे ज्यादा 82 प्रतिशत सिख युवा धार्मिक हैं, जबकि ईसाईओं में 74 प्रतिशत, मुस्लिम में 72 प्रतिशत और हिंदुओं में 69 प्रतिशत युवा धार्मिक हैं। धार्मिक आस्था के बाद, दूसरा बड़ा सवाल ये है कि, आखिर मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च जाने पर, युवाओं की सोच क्या है ?
धार्मिक स्थल जाने में भी सिख युवा सबसे आगे हैं। सर्वे के मुताबिक 86 प्रतिशत सिख युवा गुरुद्वारा जाते हैं। जबकि हिंदुओं और ईसाई समुदाय में 57 प्रतिशत युवा, धार्मिक स्थल जाना पसंद करते हैं। वहीं करीब 56 प्रतिशत मुस्लिम युवा धार्मिक स्थल जाने में दिलचस्पी रखते हैं।



धार्मिक मसलों पर स्टैंड-अप कॉमेडी का आधे से ज्यादा युवा विरोध करते हैं। सर्वे के आंकड़ों से ये बात भी सामने आई है कि 50 प्रतिशत युवा किसी भी धर्म पर स्टैंड-अप कॉमेडी पर प्रतिबंध का समर्थन करते हैं, जबकि 32 प्रतिशत युवा, पाबंदी को सही नहीं मानते हैं। धर्मगुरुओं पर कॉमेडी फिल्मों की बात करें तो 48 प्रतिशत युवा इस पर पाबंदी लगाने के पक्षधर हैं। ज्यादातर सिख युवा मानते हैं कि धर्म पर स्टैंड-अप कॉमेडी पर बंद होनी चाहिए। 86 प्रतिशत सिख युवा, 62 प्रतिशत ईसाई, 51 प्रतिशत हिंदू और 39 प्रतिशत मुस्लिम युवा, स्टैंड-अप कॉमेडी पर प्रतिबंध को सही मानते हैं।

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अब सवाल ये भी उठता है कि आखिर शादी और धर्म को लेकर युवाओं क्या राय है ? दूसरी जाति और दूसरे धर्म में विवाह को लेकर, देश के युवाओं आखिर क्या सोचते हैं ? खास बात ये है कि शादी को लेकर, सभी धर्म के युवाओं की दिलचस्पी कम हुई है। अगर इन युवाओं की राय पर, गौर करें तो 2007 में, जहां 55 प्रतिशत युवा शादी करना चाहते थे, वहीं 2021 में ये घटकर 42 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
अब अगर बात इंटरकास्ट मैरिज की करें तो 62 प्रतिशत युवा दूसरी जाति में शादी का समर्थन करते हैं। जबकि सिर्फ 45 प्रतिशत युवा दूसरे धर्म में शादी करने के समर्थन में हैं।
भारतीय युवाओं को लेकर किए गए इस सर्वे में, जो सबसे बड़ी बात सामने आई है, वो यही है कि सिख धर्म के युवा, अपने धर्म को लेकर ना सिर्फ सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं, बल्कि वो अपने धर्म के प्रति सबसे ज्यादा अनुशासित भी हैं।