पटना। आज से बिहार में नई राजनीतिक पार्टी सामने आने जा रही है। इस पार्टी का नाम जन सुराज रखा गया है। चुनाव रणनीति तय करने से नेता बनने का सफर पूरा करने वाले प्रशांत किशोर यानी पीके ने जन सुराज नाम से नई पार्टी बनाई है। प्रशांत किशोर ने इससे पहले जन सुराज नाम से संगठन बनाया और 2 अक्टूबर 2022 से बिहार की पदयात्रा शुरू की। इस पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर जन सुराज संगठन को बिहार के 17 जिलों के लोगों तक ले गए। इसके बाद ही उन्होंने जन सुराज नाम से पार्टी की लॉन्चिंग का एलान किया।
जन सुराज की तरफ से बताया गया है कि प्रशांत किशोर ने अब तक बिहार में करीब 5000 किलोमीटर की पदयात्रा की है। जन सुराज के मुताबिक प्रशांत किशोर ने 5500 से ज्यादा गांवों के लोगों से मुलाकात की और उनसे अपील की है कि बिहार के भविष्य के लिए पार्टी से जुड़ें। जन सुराज का दावा है कि नई पार्टी में बिहार के 1 करोड़ लोग शामिल हो रहे हैं। बिहार में अपनी पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर सभी दलों पर हमलावर रहे हैं। खासकर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव और जेडीयू के अध्यक्ष व बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर प्रशांत किशोर लगातार हमला बोलते रहे हैं। प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के 9वीं फेल होने का मुद्दा कई बार उठाया। प्रशांत किशोर ने अपनी पदयात्रा के दौरान लोगों से ये भी कहा कि बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव में अगर जन सुराज की सरकार बनी, तो रोजगार के लिए युवाओं का पलायन रोका जाएगा। साथ ही स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाएं बेहतर करने का भी जन सुराज प्रमुख ने वादा किया है।
प्रशांत किशोर ने ये वादा भी किया है कि बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी जन सुराज पार्टी 40 महिलाओं और 40 मुस्लिमों को टिकट देगी। प्रशांत किशोर ने बीते दिनों ये बयान भी दिया कि बिहार में जन सुराज की सरकार बनने के बाद पहले फैसले में शराब पर लगा बैन हटा दिया जाएगा। प्रशांत किशोर का कहना है कि शराब पर बैन लगने के कारण बिहार के राजस्व को हजारों करोड़ का नुकसान हो रहा है। अब सबकी नजर इस पर है कि जन सुराज को बिहार की जनता में से कितनों का समर्थन मिलता है और 2025 में प्रशांत किशोर की नई पार्टी सरकार बनाने लायक बहुमत ला पाती है या नहीं।