नई दिल्ली। दिल्ली में जगह-जगह जलभराव और उससे उत्पन्न हुई समस्याओं के निवारण के लिए उपराज्यपाल (एलजी) वी.के. सक्सेना ने एक बैठक बुलाई जिसमें दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, दिल्ली विकास प्राधिकरण, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के साथ दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे। इस बैठक में एलजी ने अधिकारियों को एक आपातकालीन कंट्रोल रूम स्थापित करने और जलभराव की स्थिति को जल्द से जल्द दूर करने का निर्देश दिया। उपराज्यपाल ने छुट्टी पर गए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत ड्यूटी ज्वाइन करने के निर्देश दिए। इतना ही नहीं उन्होंने अगले 2 महीने तक अधिकारियों की छट्टियों पर भी रोक लगा दी।
देश की राजधानी दिल्ली आज स्वीमिंग पूल बनी है। ये Video दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जारी की है। pic.twitter.com/TVLcJhwBg5
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) June 28, 2024
एलजी वीके सक्सेना ने सड़कों से पानी निकालने के लिए सड़कों से पानी निकालने के लिए पंप का इस्तेमाल करने और जल भराव की स्थिति पर नजर रखने के लिए फील्ड अफसर तैनात करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों को हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के उनके समकक्षों के साथ संपर्क में रहने को कहा जिससे हथिनीकुंड बैराज से पानी का स्तर का आंकलन किया जाता रहे ताकि बाढ़ की स्थिति न उत्पन्न होने पाए। किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए एलजी ने एनडीआरएफ की मदद लेने का भी सुझाव दिया।
दिल्ली की एक बस का हाल देखिए। बारिश का पानी यात्रियों की सीट तक पहुंच गया है। आज पूरी दिल्ली डूबी हुई है। pic.twitter.com/vD4ADVRJIl
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) June 28, 2024
इसके अतिरिक्त एमसीडी अधिकारियों को निर्देश देते हुए एलजी ने कहा कि अगले सप्ताह से हर हाल में नालों से गाद निकालने का काम शुरू किया जाए। उन्होंने केजरीवाल सरकार के ढीला ढाली वाले रवैये पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर नालों से गाद निकालने का काम समय से किया गया होता तो दिल्ली में आज इतनी बुरी स्थिति नहीं होती। आपको बता दें कि मानसून की शुरुआती बारिश में ही आज दिल्ली का हाल बद से बदतर हो गया। आम आदमी से लेकर मंत्रियों और सांसदों के बंगलों में भी पानी भर गया।