newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

What Is Ratna Bhandar Of Lord Jagannath Of Puri In Hindi: क्या है पुरी के भगवान जगन्नाथ का रत्न भंडार?, जानिए 46 साल पहले यहां क्या मिला था

What Is Ratna Bhandar Of Lord Jagannath Of Puri In Hindi: 2018 में रत्न भंडार की असली चाबी गुम होने की चर्चा तेज थी। ओडिशा के तत्कालीन सीएम नवीन पटनायक ने इस बारे में न्यायिक जांच भी बिठाई थी। जांच के दौरान ही पुरी के कलेक्टर को रत्न भंडार की डुप्लीकेट चाबी मिली थी। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया था और कहा था कि उसकी सरकार बनने पर रत्न भंडार को खोलकर चीजों की गिनती कराई जाएगी। अब रत्न भंडार खोला गया है।

पुरी। ओडिशा में तमाम प्राचीन और नामचीन मंदिर हैं। इनमें सबसे ऊपर पुरी के जगन्नाथ मंदिर को माना जाता है। जगन्नाथ मंदिर एक बार फिर चर्चा में है। 46 साल बाद जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार एक बार फिर खोला गया है। हालांकि, 1982 और 1985 में भी रत्न भंडार को खोला गया था, लेकिन तब यहां रखी बेशकीमती चीजों की गिनती नहीं हुई थी। भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार में रखी चीजों की गिनती आखिरी बार 1978 में हुई थी। चलिए आपको बताते हैं कि भगवान जगन्नाथ के इस रत्न भंडार में 46 साल पहले क्या-क्या चीजें मिली थीं।

भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार को सबसे पहले साल 1805 में तत्कालीन ब्रिटिश सरकार के कलेक्टर चार्ल्स गोम्स ने खुलवाया था। उस वक्त रत्न भंडार में सोने और चांदी के रत्न जड़े गहने, सोने के 128 सिक्के, सोने की 24 मोहर, चांदी के 1297 सिक्के, तांबे के 106 सिक्के और 1333 तरह के वस्त्र मिले थे। आखिरी बार जब भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार को 1978 में खोलकर चीजों की लिस्ट बनाई गई थी, तब वहां सोने के 454 आभूषण और चांदी से बनी 293 चीजें मिली थीं। जगन्नाथ मंदिर के इस रत्न भंडार से जुड़ा विवाद भी बीते दिनों ओडिशा विधानसभा चुनाव के दौरान काफी गर्माया था। ये विवाद रत्न भंडार की चाबी से जुड़ा था। दरअसल, 2018 में रत्न भंडार की असली चाबी गुम होने की चर्चा तेज थी। ओडिशा के तत्कालीन सीएम नवीन पटनायक ने इस बारे में न्यायिक जांच भी बिठाई थी। जांच के दौरान ही पुरी के कलेक्टर को रत्न भंडार की डुप्लीकेट चाबी मिली थी। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया था और कहा था कि उसकी सरकार बनने पर रत्न भंडार को खोलकर चीजों की गिनती कराई जाएगी।

ओडिशा में बीजेपी ने सरकार बनाने के बाद भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार को खोलकर चीजों की लिस्ट बनाने का जिम्मा हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज बिश्वनाथ रथ के नेतृत्व वाली 16 सदस्यीय कमेटी को सौंपी है। भगवान जगन्नाथ का रत्न भंडार मुख्य मंदिर के जगमोहन के पास ही छोटे मंदिर के रूप में है। रत्न भंडार में 2 कक्ष हैं। इनको बाहर भंडार और भीतर भंडार कहा जाता है। भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को समय-समय पर राजा-महाराजाओं और आम लोगों ने जो भी बेशकीमती दान दिया, उसे रत्न भंडार में ही रखा जाता है। इस बार रत्न भंडार खुलने पर क्या-क्या मिलता है, इस पर सबकी नजर है।