पुरी। ओडिशा में तमाम प्राचीन और नामचीन मंदिर हैं। इनमें सबसे ऊपर पुरी के जगन्नाथ मंदिर को माना जाता है। जगन्नाथ मंदिर एक बार फिर चर्चा में है। 46 साल बाद जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार एक बार फिर खोला गया है। हालांकि, 1982 और 1985 में भी रत्न भंडार को खोला गया था, लेकिन तब यहां रखी बेशकीमती चीजों की गिनती नहीं हुई थी। भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार में रखी चीजों की गिनती आखिरी बार 1978 में हुई थी। चलिए आपको बताते हैं कि भगवान जगन्नाथ के इस रत्न भंडार में 46 साल पहले क्या-क्या चीजें मिली थीं।
#WATCH | Puri, Odisha: Sand artist and member of the inspection committee of Ratna Bhandar, Sudarshan Patnaik says, “…after the High Court order, ASI wrote a letter to the temple management committee to hand it over as soon as possible because it is very important to repair it,… https://t.co/a5umQ8I7wz pic.twitter.com/SiaUGUT4GT
— ANI (@ANI) July 14, 2024
#WATCH | Puri, Odisha: The Ratna Bhandar of the Shri Jagannath Temple is to be opened today following Standard Operating Procedure issued by the state government.
Puri SP Pinak Mishra says, “We have made relevant security arrangements keeping all aspects in mind… QRT has been… pic.twitter.com/clf9R1Z1YM
— ANI (@ANI) July 14, 2024
भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार को सबसे पहले साल 1805 में तत्कालीन ब्रिटिश सरकार के कलेक्टर चार्ल्स गोम्स ने खुलवाया था। उस वक्त रत्न भंडार में सोने और चांदी के रत्न जड़े गहने, सोने के 128 सिक्के, सोने की 24 मोहर, चांदी के 1297 सिक्के, तांबे के 106 सिक्के और 1333 तरह के वस्त्र मिले थे। आखिरी बार जब भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार को 1978 में खोलकर चीजों की लिस्ट बनाई गई थी, तब वहां सोने के 454 आभूषण और चांदी से बनी 293 चीजें मिली थीं। जगन्नाथ मंदिर के इस रत्न भंडार से जुड़ा विवाद भी बीते दिनों ओडिशा विधानसभा चुनाव के दौरान काफी गर्माया था। ये विवाद रत्न भंडार की चाबी से जुड़ा था। दरअसल, 2018 में रत्न भंडार की असली चाबी गुम होने की चर्चा तेज थी। ओडिशा के तत्कालीन सीएम नवीन पटनायक ने इस बारे में न्यायिक जांच भी बिठाई थी। जांच के दौरान ही पुरी के कलेक्टर को रत्न भंडार की डुप्लीकेट चाबी मिली थी। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया था और कहा था कि उसकी सरकार बनने पर रत्न भंडार को खोलकर चीजों की गिनती कराई जाएगी।
#WATCH | Puri, Odisha: The Ratna Bhandar of the Shri Jagannath Temple is to be opened today following Standard Operating Procedure issued by the state government.
Sri Jagannath Temple Administration (SJTA) Chief Arabinda Padhee says, “Odisha government has approved the SOP for… pic.twitter.com/gJGYbeFdIb
— ANI (@ANI) July 14, 2024
#WATCH | Puri, Odisha: The Ratna Bhandar of the Shri Jagannath Temple is to be opened today following Standard Operating Procedure issued by the state government.
Visuals from outside Shri Jagannath Temple. pic.twitter.com/qR6sVVtVyq
— ANI (@ANI) July 14, 2024
ओडिशा में बीजेपी ने सरकार बनाने के बाद भगवान जगन्नाथ के रत्न भंडार को खोलकर चीजों की लिस्ट बनाने का जिम्मा हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज बिश्वनाथ रथ के नेतृत्व वाली 16 सदस्यीय कमेटी को सौंपी है। भगवान जगन्नाथ का रत्न भंडार मुख्य मंदिर के जगमोहन के पास ही छोटे मंदिर के रूप में है। रत्न भंडार में 2 कक्ष हैं। इनको बाहर भंडार और भीतर भंडार कहा जाता है। भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को समय-समय पर राजा-महाराजाओं और आम लोगों ने जो भी बेशकीमती दान दिया, उसे रत्न भंडार में ही रखा जाता है। इस बार रत्न भंडार खुलने पर क्या-क्या मिलता है, इस पर सबकी नजर है।