newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Opinion Poll: उत्तर प्रदेश के फाइनल ओपिनियन पोल में क्या है जनता का मिजाज, भाजपा की वापसी या सपा की होगी एंट्री…. देखें यहां

Opinion Poll: आपको तो पता ही होगा बीते दिनों बीजेपी के सियासी नुमाइंदों ने पूर्वांचल में अपनी सियासी स्थिति को मजबूत करने के लिए ताबड़तोड़ रैलियों की बयार बहाकर रख दी थी। पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी तक ने जनता के बीच अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। यह शायद उसी का नतीजा है कि पूर्वांचल कस्बे में बीजेपी की झोली में 70 से 74 सीटें, सपा गठबंधन को 43 से 47 सीटें, बीएसपी को 2 से 4 सीटें, कांग्रेस और अन्य को 1 से 3 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है।

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सूबों की फेहरिस्त में शुमार उत्तर प्रदेश में आगामी 14 फरवरी से सात चरणों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और नतीजों की घोषणा आगामी 10 मार्च को होने जा रही है। वर्तमान में सभी सियासी दल सूबे की जनता को रिझाने के लिए जीतोड़ मेहतन कर रहे हैं। सभी दलों के सियासी सूरमा लुभावने वादों की सेतु के सहारे सत्ता का सुख भोगने की जद्दोजहद में जुट चुके हैं। ऐसे में अब इन्हें कितनी कामयाबी मिल पाती है। यह तो फिलहाल नतीजों के दिन यानी की आगामी 10 मार्च को ही पता लग पाएगा, लेकिन अभी सभी लोगों के जेहन में यह जानने की बेताबी अपने चरम पर पहुंच चुकी है कि इस मर्तबा सूबे में किसकी सरकार बनने जा रही है, लेकिन चुनाव से पहले इस पर कोई भी अंतिम प्रतिपुष्टि करना मुश्किल है, वजह साफ है कि अभी तक चुनाव नहीं हुए हैं, लेकिन मुख्तलिफ मीडिया संस्थानों के जरिए लोगों के बीच में जाकर उनसे राय के जरिए उनके सियासी मिजाज को भांपते हुए यह जानने की कवायद शुरू हो चुकी है कि आखिर लोगों का मिजाज किस दल के पक्ष में है और किसके विपक्ष में। आखिर सूबे की जनता किसे आगामी चुनाव मे विजेता घोषित करने का मन बना रही है, तो इसी कड़ी में अभी इंडिया टीवी का ओपिनियन पोल सामने आया है, जिससे यह साफ जाहिर है कि सूबे में इस बार से बीजेपी का तड़का जनता को भा रहा है और कांग्रेस हो सपा या फिर हो  कोई और दल। जनता ने इन सभी को नकारने का मन बना  लिया है, तो आइए आगे जानते हैं कि सूबे में बीजेपी कैसे सपा, कांग्रेस जैसे अन्य विरोधी दलों के चारों खाने चित्त कर सत्ता के शिखर में पहुंचती हुई नजर आ रही है।

तो ऐसा है पूर्वांचल का मिजाज

आपको तो पता ही होगा बीते दिनों बीजेपी के सियासी नुमाइंदों ने पूर्वांचल में अपनी सियासी स्थिति को मजबूत करने के लिए ताबड़तोड़ रैलियों की बयार बहाकर रख दी थी। पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी तक ने जनता के बीच अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। यह शायद उसी का नतीजा है कि पूर्वांचल कस्बे में बीजेपी की झोली में 70 से 74 सीटें, सपा गठबंधन को 43 से 47 सीटें, बीएसपी को 2 से 4 सीटें, कांग्रेस और अन्य को 1 से 3 सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। पूर्वांचल के 20 जिलों में 124 विधानसभा सीटें आती हैं। पूर्वांचल में वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी गठबंधन को 42 प्रतिशत, सपा गठबंधन को 38 प्रतिशत, बीएसपी को 14 प्रतिशत, कांग्रेस को 4 प्रतिशत और अन्य को 2 प्रतिशत मिलने का अनुमान है। अब ऐसे में पूर्वांचल में आगामी चुनाव में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठने जा रहा है। यह देखना दिलचस्प रहेगा।

up election 2022

अवध में कैसी है बीजेपी की स्थिति

विगत दिनों में बीजेपी, कांग्रेस, सपा, बसपा समेत सभी दलों ने अपनी सियासी स्थिति को दुरूस्त करने के लिए अवध में  जीजान लगा दी थी। लेकिन अब कामयाबी किसे मिलेगी। इसका सबको इंतजार है। उधर, अवध को लेकर ओपिनियन पोल के मुताबिक, अवध की कुल 111 सीटों में से बीजेपी गठबंधन को 68 से 72 सीटें, सपा गठबंधन को 34 से 38 सीटें, बीएसपी को 1 से 3 सीट, कांग्रेस को 2 से 4 सीटें और अन्य को 0 सीट मिलने का अनुमान है।

जानें कैसी है पश्चिमी यूपी की स्थिति 

इसके साथ ही सियासी गलियारों में मौजूदा सभी सियासी पंडितों के लिए ज्वलंत मुद्दों की फेहरिस्त में पश्चिमी यूपी में सभी दलों ने आगामी चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत  झोंक दी है। लेकिन अब इन दलों को कितनी कामयाबी मिलेगी। इसका सबको इंतजार रहेगा। उधर, इस कस्बे को लेकर सियासी दलों की स्थिति की बात करें, तो पश्चिमी यूपी की कुल 97 सीटों में से बीजेपी गठबंधन को 60 से 64 सीटें, सपा गठबंधन को 33 से 37 सीटें, बीएसपी को 1 से 3 सीट, कांगेस और अन्य को 0 सीट मिलने का अनुमान है। पश्चिमी यूपी में बीजेपी गठबंधन को 41 प्रतिशत, सपा गठबंधन को 38 प्रतिशत, बीएसपी को 16 प्रतिशत, कांगेस को 2 प्रतिशत और अन्य को 3 प्रतिशत मिलने का अनुमान है।

जानिए यूपी चुनावी की रूपरेखा

बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगामी 14 फरवरी से  सात चरणों में विधानसभा चाव होने जा रहे हैं और नतीजों को घोषणा आगामी 10 मार्च से होने जा रही है। सूबे की 402 विधानसभा सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के हेतु विभिन्न चरणों के लिए सीटों का विभाजन किया गया है। जिसके तहत पहले चरण में प्रदेश की 11 जिलों की 58 सीटों पर चुनाव होने जा रहा है। इसके अलावा दूसरे चरण में 14 फरवरी को राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा। उत्तर प्रदेश में 20 फरवरी को तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 59 सीटों पर, 27 फरवरी को पांचवें चरण में 61 सीटों पर, तीन मार्च को छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा। फिलहाल तो सभी सियासी दलों के सियासी सूरमा आगामी चुनाव में उत्तर प्रदेश में अपने सियासी किले को दुरूस्त करने की तैयारी में जुट चुके हैं। अब ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि किसे कामयाबी मिल पाती है और किसे नहीं।