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Bihar Politcal Turmoil: जब शपथ ग्रहण समारोह में लगे जय श्री राम के नारे, तो बदल गई नीतीश कुमार की भाव-भंगिमा

Bihar Politcal Turmoil: नीतीश कुमार द्वारा एक बार फिर से पलटी मारने के बाद बिहार राजनीति में खलबली मची हुई है। ध्यान देने वाली बात है कि उन्होंने ऐसे वक्त में यह पलटी मारी है, जब कुछ माह बाद लोकसभा के चुवाव होने जा रहे हैं और विपक्षी दल इंडिया गठबंधन की नौका पर सवार होकर मोदी सरकार के विरोध में सियासी माहौल बनाने की जुगत में जुटे हुए थे, लेकिन नीतीश ने पाला बदलकर इस माहौल को बीजेपी के पक्ष में कर दिया है।

नई दिल्ली। नीतीश कुमार ने आज नौवी बार पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। उनके साथ आठ अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली, जिसमें तीन जेडीयू के कोटे और एक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के और बाकी के शेष विधायक बीजेपी खेमे के हैं। नीतीश ने अपने इस कदम से बिहार में नए राजनीतिक अध्याय की शुरुआत की है। वहीं, शपथ लेने के बाद नीतीश ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ही अगले डिप्टी सीएम होंगे। दोनों के नाम पर मुहर लगा दी गई है।

उधर , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नीतीश कुमार को नौवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्हें बधाई दी। इस बीच चिराग पासवान भी नीतीश को लेकर काफी सहज दिखे । ध्यान दें, जब जेपी नड्डा दिल्ली से पटना आए, तो उनके साथ चिराग पासवान भी थे, जिससे स्पष्ट होता है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी बिहार जैसे राज्य में किसी भी प्रकार का जोखिम मोल लेना नहीं चाहती है। वहीं, जब नीतीश कुमार राजभवन में सीएम पद की शपथ ले रहे थे, तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उत्साह में आकर मोदी-मोदी और जय श्री राम के नारे लगाए, जिसके बाद नीतीश कुमार की बॉडी लैंग्वेज में एक प्रकार की असहज मुद्रा दिखी, जो कि अभी सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं।

बता दें कि नीतीश कुमार द्वारा एक बार फिर से पलटी मारने के बाद बिहार की राजनीति में खलबली मची हुई है। ध्यान देने वाली बात है कि उन्होंने ऐसे वक्त में यह पलटी मारी है, जब कुछ माह बाद लोकसभा के चुवाव होने जा रहे हैं और विपक्षी दल इंडिया गठबंधन की नौका पर सवार होकर मोदी सरकार के विरोध में सियासी माहौल बनाने की जुगत में जुटे हुए थे, लेकिन नीतीश ने पाला बदलकर इस माहौल को बीजेपी के पक्ष में कर दिया है। गौर करने वाली बात यह है कि नीतीश ही वो शख्स हैं, जिन्होंने तिनके की तरह सभी को जोड़ कर इंडिया गठबंधन की नींव रखी थी, लेकिन जब उन्हें ही वहां भाव मिलना बंद हो गया, तो उन्होंने फौरन यह धमाकेदार कदम उठा लिया। बहरहाल, अब आगामी दिनों में बिहार की राजनीतिक का रुख क्या रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।