नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने ‘शक्ति’ वाले बयान पर सफाई दी। छूटते ही उन्होंने मीडिया से कहा कि उनकी लड़ाई नफरत से भरी आसुरी शक्ति के खिलाफ है। हालांकि राहुल गांधी ने इसके लिए अंग्रेजी के असुरा (Asura) शब्द का प्रयोग किया.. वो ठीक से हिंदी के असुर शब्द को भी नहीं बोल पा रहे थे। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि राहुल गांधी किसे राक्षस मानते हैं? फिलहाल उनके बयान पर एक बार फिर हंगामा मचा हुआ है। इससे पहले बीजेपी लगातार उनके ‘शक्ति’ वाले बयान को लेकर उन पर हमलावर रही है। बुधवार को बीजेपी ने राहुल गांधी के बयान को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की। बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी ने ‘शक्ति’ के खिलाफ बयान दिया है और सत्ता से जुड़े धार्मिक मूल्यों का भी अपमान किया है।
पीएम मोदी ने कहा था- सत्ता के लिए जान की बाजी लगा दूंगा। राहुल गांधी के दमदार बयान पर प्रधानमंत्री मोदी ने तीखा हमला बोला था। तेलंगाना में एक रैली के दौरान उन्होंने कहा कि INDI गठबंधन ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। वे सत्ता ख़त्म करने की बात कर रहे हैं। मेरे लिए माताएँ, बहनें और बेटियाँ शक्ति का रूप हैं। मैं उनके लिए अपनी जान दांव पर लगा दूंगा। उन्होंने INDI गठबंधन और राहुल गांधी को हिंदू विरोधी बताया था।
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— ABP News (@ABPNews) March 21, 2024
राहुल गांधी ने क्या कहा?
पिछले रविवार 17 मार्च को मुंबई के शिवाजी पार्क में उनकी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन पर एक मेगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा- हिंदू धर्म में एक शब्द शक्ति है। हम सत्ता के खिलाफ लड़ रहे हैं। हम एक शक्ति के खिलाफ लड़ रहे हैं। वह शक्ति क्या है? जैसे किसी ने यहां कहा कि राजा की आत्मा ईवीएम में है। ये सच है कि राजा की आत्मा ईवीएम में है। ये हिंदुस्तान के हर संस्थान में है। यह ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग में है।
बीजेपी ने हंगामा शुरू किया तो राहुल गांधी ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि मोदी जी को मेरी बातें पसंद नहीं आतीं. वह हमेशा इस कोशिश में रहता है कि किसी तरह उनका मतलब तोड़-मरोड़ कर पेश किया जाए। क्योंकि वे जानते हैं कि मैं ने गूढ़ सत्य कहा है।