
नई दिल्ली। आखिर गुजरातवासी 2001 के उस विनाशकारी व दुर्भाग्यपूर्ण भूकंप को कैसे भुला सकते हैं, जिसने उनसे सबकुछ छीन लिया। उन्हें सड़क पर ला खड़ा कर दिया। आज हर गुजराती का दिल उस मंजर को देखकर दहल जाता है, जब कच्छ में आए भूकंप ने हाहाकार मचा दिया था। आज भी जब कई मौकों पर लोग भूकंप के झटके महसूस करते हैं, तो यकीनन जेहन में 2001 में आई त्रासदी की तस्वीरें नजरों के सामने तैरने लगती हैं। खैर, वक्त गुजरा….आहिस्ता ही आहिस्ता ही सही लेकिन दुर्द की तासीर भी कम होती गई….वक्त मरहम का भी काम करता है, तो सारे जख्म भी दुरूस्त हो गए ,लेकिन वो यादें आज भी जेहन में कैद हैं, जिन्हें याद कर रूह कांप जाती है। बता दें कि उस वक्त सूबे की कमान तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के पास थी। उन्होंने बखूबी उस मुश्किल घड़ी में प्रदेश को संभाली। आमतौर पर ऐसी विपदाओं में सत्ता भी लड़खड़ा जाती है, लेकिन उन्होंने इस स्थिति को संतुलित तरीके से संभाला।
वहीं, आज जब दो दशक पीछे लौटकर देखते हैं, तो एहसास होता है कि अब कितना सबकुछ बदल चुका है। जहां एक तरफ चौतरफा विकास की हरियाली नजर आती है, तो वहीं दूसरी तरफ लोगों के खिलखिलाते चेहरे ये बयां करते हैं कि अब सबकुछ दुरूस्त ही नहीं, बल्कि सब चंगा है, जहां चहुंओर विकास की बयार बह रही है, तो वहीं दूसरी तरफ लोगों में यह विश्वास भी जन्म ले चुका है कि कितनी भी मुश्किल घड़ी आ जाए। अगर दिल में विश्वास हो, तो हर परिस्थिति का सामना किया जा सकता है।
Narendra Modi – The Man Who Can Turn Barren Deserts into Thriving Economies
Gujarat’s Dhordo has just earned the prestigious title of ‘Best Tourism Village’ from @UNWTO. However, few know about the remarkable journey that led to this feat – the transformation of a ‘white salt… https://t.co/jSC9pohnhz pic.twitter.com/QeLP4nuOiH
— Modi Archive (@modiarchive) October 22, 2023
वहीं, पीएम मोदी ऑर्काइव में इसी से जु़ड़ी तस्वीर साझा की गई, जिसमें आज के परिवर्तन को बखूबी बयां किया गया है। तस्वीरें साझा कर कहा गया है कि नरेंद्र मोदी – वह व्यक्ति जो बंजर रेगिस्तानों को समृद्ध अर्थव्यवस्थाओं में बदल सकता है गुजरात के धोर्डो ने हाल ही में ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव’ का प्रतिष्ठित खिताब अर्जित किया है @यूएनडब्ल्यूटीओ . हालाँकि, उस उल्लेखनीय यात्रा के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं जिसके कारण यह उपलब्धि हासिल हुई – ‘सफेद नमक रेगिस्तान’ को अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आकर्षण में बदलना। ये है गुजरात के तत्कालीन सीएम की कहानी नरेंद्र मोदी 2001 के विनाशकारी भूकंप को कच्छ और गुजरात में एक नए युग के उदय की नींव में बदल दिया।
Absolutely thrilled to see Dhordo in Kutch being celebrated for its rich cultural heritage and natural beauty. This honour not only showcases the potential of Indian tourism but also the dedication of the people of Kutch in particular.
May Dhordo continue to shine and attract… https://t.co/cWedaTk8LG pic.twitter.com/hfJQrVPg1x
— Narendra Modi (@narendramodi) October 20, 2023
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने आर्काइव में जाकर अपने पर्सनल ट्विटर हैंडल अकाउंट में जाकर ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि कच्छ में धोर्डो को अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए मनाया जाता देखकर बेहद रोमांचित हूं। यह सम्मान न केवल भारतीय पर्यटन की क्षमता बल्कि विशेष रूप से कच्छ के लोगों के समर्पण को भी दर्शाता है। धोर्डो चमकता रहे और दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता रहे! मैं 2009 और 2015 में धोर्डो की अपनी यात्राओं की कुछ यादें साझा कर रहा हूं। मैं आप सभी को धोर्डो की अपनी पिछली यात्राओं की यादें साझा करने के लिए भी आमंत्रित करता हूं। इससे अधिक लोगों को यहां आने के लिए प्रेरणा मिलेगी। और, उपयोग करना न भूलें ।