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Kedarnath Temple Gold Matter: केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगा सोना चोरी हुआ?, जानिए मंदिर कमेटी ने क्या बताया

Kedarnath Temple Gold Matter: केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह से 23 किलो सोना चोरी होने का आरोप सबसे पहले तीर्थ पुरोहित और चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी ने लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुंबई के कारोबारी ने मंदिर के गर्भगृह के लिए 23.78 किलो सोना दान दिया था। जो चोरी किया गया है।

देहरादून। पिछले 2 साल से ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि उत्तराखंड के चार धाम में शामिल केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगा सोना चोरी कर लिया गया। पिछले दिनों स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी ये आरोप लगाया था। इस बारे में अब श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर कमेटी यानी बीकेटीसी का स्पष्टीकरण आया है। बीकेटीसी ने साफ कर दिया है कि केदारनाथ मंदिर से सोना चोरी नहीं हुआ और इस सोने को मंदिर के गर्भगृह में लगाने में उसकी कोई भूमिका भी नहीं रही है।

Kedarnath Yatra

केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह से 23 किलो सोना चोरी होने का आरोप सबसे पहले तीर्थ पुरोहित और चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी ने लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुंबई के कारोबारी ने मंदिर के गर्भगृह के लिए 23.78 किलो सोना दान दिया था। इस सोने को परत के तौर पर लगाया गया था और चोरी हो गया। इस पर जमकर सियासत भी हुई। बीजेपी की सरकार को विपक्ष ने घेरकर सवाल पूछा कि सोना आखिर कहां गया? अब बीकेटीसी ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि सोना चोरी होने के बारे में षड्यंत्र के तहत सोशल मीडिया में भ्रम फैलाया जा रहा है। बीकेटीसी ने कहा है कि सोना दान करने वाले से नियम के तहत ये लिया गया और केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत चढ़ाने के लिए उत्तराखंड सरकार से भी मंजूरी ली गई। केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में एएसआई के विशेषज्ञों की देखरेख में सोने की परत लगाने का काम किया गया।

बीकेटीसी ने ये भी कहा है कि दान करने वाले ने साल 2005 में खुद ही मंदिर के गर्भगृह में सोना लगवाया। सोना लगाने से पहले तांबे की प्लेटें भी अपने ज्वेलर के जरिए ही दानदाता के जरिए खुद उस व्यक्ति ने लगवाए थे। मंदिर कमेटी के मुताबिक केदारनाथ में दानी ने खुद सारा काम कराया और मंदिर कमेटी की कोई प्रत्यक्ष भूमिका नहीं रही। तांबे की प्लेट और सोने की परत लगवाने के बाद संबंधित बिल मंदिर कमेटी को दे दिए गए। बीकेटीसी ने बताया है कि सोशल मीडिया में जारी एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि 1.15 अरब रुपए कीमत का सोना केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगाया गया। जबकि, हकीकत है कि 14.38 करोड़ कीमत का 23777.800 ग्राम सोने की परत और 1001.300 किलोग्राम तांबे की प्लेट लगाई गई। तांबे की प्लेट की कीमत 29 लाख रुपए है। मंदिर कमेटी ने ये भी कहा है कि वो इस मामले में भ्रामक जानकारी फैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई भी कर रही है।