
नई दिल्ली। अंतरर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज दुनिया भर में योग की धूम है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और अमेरिका के टाइम्स स्क्वायर से लेकर संयुक्त राष्ट्र तक हर जगह योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज श्रीनगर में योग किया। इस दौरान पीएम ने 101 वर्षीय महिला चार्लोट चोपिन का जिक्र करते हुए, उनके जीवन से युवाओं को प्रेरणा लेने की सीख दी। आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर चार्लोट चोपिन कौन हैं और क्यों योग दिवस के इस खास मौके पर पीएम ने उनके बारे में चर्चा की।
101 साल की चार्लोट चोपिन फ्रांस की रहने वाली हैं। पेशे से वह योग टीचर हैं और ब्रिटिश सरकार में एग्जीक्यूटिव सेक्रेटरी के पद पर काम कर चुकी हैं। कई साल पहले एक मित्र की सलाह पर चार्लोट ने योग करना शुरू दिया। धीरे-धीरे योगासन उनके जीवन का अहम हिस्सा बन गया और उन्होंने योग के लिए जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। 50 साल की उम्र से वो लोगों को योग के प्रति जागरूक करते हुए योगासन क्रियाएं सिखा रही हैं। अपनी उम्र को दरकिनार करते हुए चार्लोट चोपिन के योग के प्रति उनके समर्पण भाव से प्रभावित होकर ही भारत सरकार ने उन्हें इसी साल पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है।
#WATCH | Srinagar, J&K: On International Day of Yoga, PM Narendra Modi says, “This year in India, a 101-year-old woman Yoga teacher from France was accorded the Padma Shri. She had never come to India but she dedicated her entire life to creating awareness about Yoga. Today,… pic.twitter.com/t0BYVB7V8R
— ANI (@ANI) June 21, 2024
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज योग दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में चार्लोट चोपिन के बारे में कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस साल फ्रांस की 101 साल की महिला योग शिक्षिका को पद्मश्री से सम्मानित किया है। वह पहले कभी भारत नहीं आईं लेकिन उन्होंने योग प्रचार के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि चार्लोट मानसिक रूप से बहुत ही मजबूत हैं और आज के युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। इससे पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस दौरे पर गए थे तब उन्होंने चार्लोट चोपिन से मुलाकात भी की थी।